Ramadan 2020 : क्या होता है सहरी और इफ़तार और कैसे मनाया जाता है रमजान का पाक महीना, Ramadan Roza Time Table, Ramadan Chand Mubarak 2020 Wishes Images, best Quotes, Status, SMS, Wallpaper, Messages
Ramadan 2020 : इस हफ्ते रमजान का पाक महीना शुरु हो रहा है। रमजान का ये महीना सबसे पाक पाना जाता है। इस पाक महीने में रोजेदार पूरे 29-30 दिन रोजे रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं। रोजेदार कुरान पढ़ते हैं।
बता दें हर दिन की नमाज के बाद रोजेदार रात में खास ढंग से नमाज पढ़ते हैं। जिसे तरावीह कहा जाता है। इस पाक महीने का मुस्लिम समुदाय को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस महीने को पाक महीना इसीलिए कहा जाता है क्योंकि मुस्लिम समुदाय में मान्यता है कि इस दौरान जन्नत के दरवाजे खुले होते हैं। आज शाम को चांद दिखने के बाद रमजान कल या परसों से शुरु हो जाएंगे।
- what is ramadan 2020 : रमजान में क्या करते हैं मुसलमान
- why Roza is kept : क्यों जरुरी होता है और क्यों रोजे रखते हैं मुसलमान
- Significance Of Sehri And Irtaar : क्या हैं सहरी और इफ्तार जो रोजे में करते हैं मुसलमान
- Rules of Roza : रोजे कि नियम होते हैं काफी सख्त
- Ramadan 2020 in lockdown : रमजान में इस तरह रोजे रखने पर नहीं होगा लॉक डाउन का उल्लंघन और पूरी होगी अल्लाह की इबादत
- Important points for Roza : रोजे से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें जो आपको जाननी चाहिए…
- Ramadan Chand Mubarak 2020 Wishes Images, Quotes, Status, SMS, Wallpaper, Messages
- रमजान रोजा टाइम टेबल (Ramadan 2020 Roza Time Table):
- 2020 Roza Date – Sehr – Iftaar
what is ramadan 2020 : रमजान में क्या करते हैं मुसलमान
रमजान में 8 साल की उम्र के बच्चे को रोजे रखना अल्लाह के प्रति उसका फर्ज माना जाता है। बशर्ते रोजा रखने वाला स्वस्थ्य हो। कहा जाता है कि रमजान (Ramadan 2020) के इस पाक महीने में अल्लाह अपने बंदों की सभी दुआएं कबूल कर उनके गुनाहों को माफ करता है।
why Roza is kept : क्यों जरुरी होता है और क्यों रोजे रखते हैं मुसलमान
ऐसा कहा जाता है कि मुसलमान रमजान में जो भी अल्लाह से दुआ करते हैं वो जरुर कबूल होती है। रोजे के साथ कुरान पढ़ना काफी अच्छा माना जाता है। कहते हैं कि 21वें रोजे को ही पैगंबर हजरत मोहम्मद द्वारा ‘कुरान शरीफ’ पढ़ने पर कुरान अस्तित्व में आई थी।
रमजान का चांद दिखने के बाद से ही तरावीह पढ़ना शुरु हो जाता है। मुसलमान सुबह सेहरी खाकर रोजे की शुरुआत करते हैं। इसके साथ ही शाम को तरावीह कर इफ्तार करते हैं फिर दूसरे दिन से यही सिलसिला जारी रहता है।
Significance Of Sehri And Irtaar : क्या हैं सहरी और इफ्तार जो रोजे में करते हैं मुसलमान
जैसा की ऊपर हमने बताया कि रमजान (Ramadan 2020) का चांद दिखने के बाद रोजे की शुरुआत हो जाती है। सुबह सूरज निकलने से पहले ही मुसलमान सेहरी करते हैं जिसमें वो खजूर और अपनी कुछ मनपसंद चीजें खाते हैं।
इसके बाद दिनभर न कुछ खाना न पीना। कहा जाता है कि सहरी करने से बरकत होती है। पैगंबर हजरत मोहम्मद ने भी सेहरी की थी। जिससे उन्हें सबाब मिला था। इसके बाद शाम के 7 बजे के बाद इफ्तार किया जाता है। इस समय रोजेदार तरावीह कर कुछ खाते हैं और रोजा खोलते हैं।
Rules of Roza : रोजे कि नियम होते हैं काफी सख्त
रोजे सबसे ज्यादा कठिन माने जाते हैं। क्योंकि इस दौरान रोजेदार को काफी परहेज करना पड़ता है। जैसे बुरा नहीं देखना, न किसी की बुराई करना, कुछ भी गलत नहीं सोचना, झूठ नहीं बोलना, अगर किसी रोजेदार ने ऐसा किया तो उसका रोजा खराब हो जाता है। इसीलिए इन सभी चीजों से बचने की वजह से इस महीने को पाक महीना कहा जाता है।
Ramadan 2020 in lockdown : रमजान में इस तरह रोजे रखने पर नहीं होगा लॉक डाउन का उल्लंघन और पूरी होगी अल्लाह की इबादत
कोरोना वायरस महामारी की वजह से देश में 21 दिन के लॉक डाउन (Lockdown 2.0) के बाद 19 दिन का लॉक डाउन और बढ़ा दिया गया है। अब लॉकडाउन की मियाद 3 मई है। लोगों को घर से बाहर निकलने की बिल्कुल भी परमिशन नहीं है।
सड़क पर चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है। ऐसे में आज से रमजान की शुरुआत हो रही है। रोजेदार इस बार न को इकट्ठा इफतार पार्टी कर सकते हैं और न ही मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ सकते हैं। मंदिर, चर्च मस्जिद में किसी के भी जाने की अनुमति नहीं है। मस्जिद में सिर्फ मौलाना है जिन्होंने रोजेदारों से अपील की है कि घर पर ही रहे।
इसीलिए आपको रमजान के बारे में कुछ ऐसी बातें हम बताने जा रहे हैं जिससे आप लॉक डाउन का पालन भी करेंगे और रोजे भी अच्छे से रखकर अल्लाह की इबादत भी कर पाएंगे। इससे संक्रमण से बचाव भी होगा और रोजे में कोई कमी भी नहीं रहेगी।
Important points for Roza : रोजे से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें जो आपको जाननी चाहिए…
1. महामारी के इस संकट में डॉक्सर्स इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए फल और हेल्दी खाना खाने की सलाह दे रहे हैं। ऐसे में इस बार वहीं लोग रोजा रखे जो पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। जिन्हें किसी भी तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी है वो रोजा बिल्कुल भी न रखें।
2. दिनभर रोजा रखने के बाद शाम इफ्तार को इफ्तारी की जाती है। जिसमें काफी लोग इकट्ठा होते हैं। लेकिन इस बार रोजेदार इफ्तार किसी और के घर जाने के बजाय अपने घर ही करें। इससे लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन भी नहीं होगा और रोजे भी अदा होंगे।
3. इस बार न आप इफ्तार पार्टी में जाएं और न ही अपने घर इफ्तार पार्टी का आयोजन करें।
4.जैसा कि हमने पहले भी कहा है कि रोजेदार मस्जिद में तरावीह पढ़ने न जाएं घर पर ही तरावीह पढ़े। अगर लोग तरावीह के लिए मस्जिद पहुंचेंगे तो सामुदायिक दूरी का उल्लंघन होगा।
5. हाफिज मुहैया नहीं होने पर सूरत तराबीह भी रोजेदार पढ़ सकते हैं।
6. हाफिर होने पर कुरान को घर पर सुनें लेकिन हां हाफिज कोई घर का ही सदस्य हो। बाहर से किसी को न बुलाएं।
7. तराबीह के दौरान घर पर लोगों को इकट्ठा न करें। घर के सदस्यों के साथ नमाज पढ़ें।
8. रमजान की विषम संख्या वाली रातों में इबादत की जाती है। उसमें सामुदायिक दूरी का खास ख्याल रखें।
9. रमजान के आखिरी 10 में दिन में होने वाले इतेकाफ के दिन सिर्फ एक ही आदमी मस्जिद में जाए।
10. रोजा खोलने मस्जिद में न जाएं बल्कि घर पर ही रोजा खोलें।
Ramadan Chand Mubarak 2020 Wishes Images, Quotes, Status, SMS, Wallpaper, Messages
- रमजान की आमद है रहमतें बरसाने वाला महीना है आओ आज सब खताओं की माफी मांग लें दर-इ-तौरबा खुला है इस महीने में रमजान मुबारक!
- मुबारक हो आपको खुदा की दी यह जिंदगी, खुशियों, भरी रहे आपकी यह जिंदगी गम का साया कभी आप पर न आए, दुआ है यह हमारी आप सदा यूं ही मुस्कुराएं रमजान मुबारक!
- 2. ऐ चांद उनको मेरा पैगाम कहना खुशी का दिन और हंसी की हर शाम कहना जब वो देखे बाहर आकर तो उनको मेरी तरफ से मुबारक हो रमजान कहना