Acute Encephalitis Syndrome : मुज्जफरपुर में बच्चों की मौत का आंकड़ा पहुंचा 140 के पार, इन राज्यों पर भी चमकी बुखार जैसा वायरस फैला
बिहार में चमकी बुखार (Encephalitis in Bihar) से बच्चों की मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. चमकी बुखार से अब तक बिहार में 140 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है. बच्चों की मौत थमने का नाम नहीं रही है.इस बुखार के आने पर बच्चों को झटके आने लगते हैं इसलिए इसे चमकी(Encephalitis in Bihar) और नवका बुखार भी कहा जाता है. वहीं, इस बुखार से हो रही मौत के मुख्य कारणों(acute encephalitis syndrome) का पता नहीं चल पा रहा है.
बताते चलें की इस बुखार की मुख्य वजहों में लीची को भी एक बड़ा कारण बताया जा रहा है. ये बुखार(Encephalitis in Bihar) 1995 में पहली बार सामने आया है. देश के अलग-अलग राज्यों पर इस तरह के मामले हर साल सामने आते हैं. ये वायरस हर साल यूपी और बिहार समेत 18 राज्यों में फैलता जा रहा है. 2018 में देश के 18 राज्यों से इस बुखार के 10,485 मामले सामने आए थे. इसमें से 632 मामलों में मौत हो गई जो कि बीमारी की दर का 6 फीसद है.
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इन राज्यों पर भी चमकी जैसा बुखार
इस वायरस के मामले पंजाब, हरियाणा, असम, मेघालय, त्रिपुरा, नगालैंड, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक से लगातार सामने आ रहे हैं. गर्मी के समय हर साल यह बीमारी (Encephalitis in Bihar)फैलती है, लेकिन अभी तक इस पुष्टि नहीं हो सकी है कि आखिर यह वायरस कौन-सा है और किस वजह से फैल रहा है?
इस वायरस(acute encephalitis syndrome) से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के 24 देश इससे प्रभावित है. WHO के मुताबिक इन 24 देशों के करीब 3 अरब लोगों को इस वायरस के इन्फेक्शन का खतरा है.
इस बुखार से सिर्फ भारत में ही जानें नहीं जा रहीं, बल्कि दक्षिण-पश्चिम एशिया और पश्चिमी प्रशांत के 24 देश भी इससे प्रभावित हैं। डब्ल्यूएचओ की मानें तो इन देशों के 300 करोड़ लोगों पर इसके इंफेक्शन(acute encephalitis syndrome) का खतरा है। नेशनल वेक्टर डिसीज कंट्रोल के मुताबिक 2011 से भारत में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (acute encephalitis syndrome) और जैपेनीज इंसेफेलाइटिस के 91968 मामले सामने आए हैं। इनमें से 11254 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 99% पीड़ित 15 साल से कम उम्र के बच्चे थे.