इन दो महिलाओं ने तोड़ी इस हिंदू मंदिर की 800 साल पुरानी परंपरा, देखिए वीडियो
विवादों में घिरे सबरीमाला मंदिर में बुद्धवार को दो महिलाओं ने प्रवेश कर लिया.इन महिलाओं की उम्र 10-50 वर्ष की उम्र की बीच की बताई जा रही है. सबरीमाला मंदिर के इतिहास में ये पहली बार है, जब इन महिलाओं ने इस हिंदू मंदिर के दर्शन किए हैं. सबरीमाला में स्थित ये मंदिर भगवान अय्यपा का है. बता दें कि मंदिर में 10-50 उम्र की महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध था. जिसपर, हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को कानूनी मान्यता दे दी थी.
मंदिर परिसर में प्रवेश को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि लैंगिग आधार पर महिलाओं को मंदिर परिसर में प्रवेश से नहीं रोका जा सकता है. पुलिस प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक मंदिर में प्रवेश करने वाली दोनों महिलाओं में एक महिला का नाम बिंदू और दूसरी महिला का नाम कनकादुर्गा हैं. महिलाओं के प्रवेश का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें इन महिलाओं को पुलिस की सुरक्षा में मंदिर के उत्तर दिशा से 3 बजकर 48 मिनट पर प्रवेश करते हुए देखा जा सकता है.
वहीं, उन्हें 3 बजकर 50 मिनट पर सोपानम मंदिर से मंदिर से बाहर जाते हुए देखा गया. कुछ दिनों पहले दोनों महिलाओं ने मंडलम तीर्थयात्रा के दौरान मंदिर परिसर में घुसने का प्रयास किया था. सबरीमाला के समर्थकों और संघ परिवार के कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते उनकों वापस जाना पड़ा.
महिलाओं के मंदिर परिसर में जाने के बाद शुद्धिकरण
मंदिर परिसर के पुजारी कंडारारु राजीवरारु ने बताया कि मंदिर को शद्धिकरण के लिए बंद किया गया है.मंदिर परिसर को सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर बंद कर दिया था. उन्होंने कहा कि धार्मिक परंपराएं और मान्यताओं ने महिलाओं को कभी सबरीमाला में जाने की अनुमति नहीं दी. सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश का हमारा विरोध उनके साथ किसी प्रकार का भेदभाव करना नहीं है.
कुछ आयु वर्ग की महिलाओं को छोड़ दें, तो मंदिर परिसर में महिलाओं के प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है. इसके साथ रही उन्होंने कहा कि मुख्य पुजारी होने के नाते मैं सबरीमाला में अनुष्ठानिक प्रथाओं का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हूं. वहीं, सीएम पिनरई विजयन ने महिला श्रद्धालुओं को पूरी सुरक्षा देने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं.