siddharth shukla funeral : सिद्धार्थ शुक्ला के परिवार ने अंतिम संस्कार में नहीं दिखाया उनका चेहरा, जानें क्या थी वजह
siddharth shukla funeral : सिद्धार्थ महज 40 साल के ही थे और 2 सितंबर को वो दुनिया को अलविदा कहकर चले गए। सिद्धार्थ की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। बताया जा रहा है कि मौत होने से पहले उन्हें एक बेचैनी सी थी और उनकी बेचैनी को दूर करने के लिए उनकी मां ने उन्हें नींबू पानी पीने को दिया था। इसके बाद वो सोने चले गए। सिद्धार्थ इतनी गहरी नींद में सोए कि उसके बाद वो उठे ही नहीं।
मौत के बाद सिद्धार्थ के शरीर को पोस्टमार्टम के लिए मुंबई के ही कूपर अस्पताल में ले जाया गया। इसके बाद उनके शरीर को अंतिम संस्कार के लिए 3 सितंबर को मुंबई के ओशिवारा श्मशान घाट में ले जाया गया। इस बीच उनके चेहरे की झलक एक भी बार न मिली। इसको लेकर फ़िल्म क्रिटिक और एक्टर केआरके ने काफी सारे रहस्य खोले हैं।
मां को हो चुका था बेटे की मौत अहसास : केआरके
केआरके के द्वारा एक वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो में उन्होंने बताया है कि सिद्धार्थ के चाहने वाले, उनके दोस्त और उनके करीबी उन्हें अंतिम बार देखना चाहते थे मगर सिद्धार्थ के परिजनों ने उन्हें अंतिम बार देखने नहीं दिया। सिद्धार्थ की मां को शायद इस बात की भनक हो गई थी कि ऐसा ही होने वाला है, शायद इसीलिए सिद्धार्थ के चले जाने के बाद उन्होंने ज्यादा आंसू नहीं बहाए। सिद्धार्थ की मां स्पिरिचुअल हैं इसीलिए उन्हें इस बात का एहसास पहले ही हो चुका था।
जब सिद्धार्थ को पोस्टमार्टम के बाद वापस घर ले जाया गया तब भी उनका चेहरा किसी को नहीं देखने दिया गया। इसके बाद जब उन्हें श्मशान घाट ले जाया जा रहा था तब भी उनके चेहरे को किसी को देखने की इजाजत नहीं दी गई। सिद्धार्थ के चाहने वाले उन्हें आखिरी बार देखना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने काफी मिन्नतें भी की लेकिन बावजूद इसके उनके चेहरे को नहीं दिखाया गया।
इसके पीछे घरवालों ने ये वजह दी है कि वो नहीं चाहते थे कि कोई भी सिद्धार्थ की तस्वीर ले। इसीलिए उन्होंने ऐसा किया। लेकिन वहां मौजूद लोगों ने इस बात को परिजनों से कहा भी था कि उनके पास कोई भी कैमरा नहीं है लेकिन तब भी परिजनों ने उन्हें सिद्धार्थ को देखने के लिए हामी नहीं भरी थी।
केआरके वहां मौजूद नहीं थे इसीलिए उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। लोगों का कहना था कि सिद्धार्थ के चेहरे का रंग बदल गया था, शायद इस वजह से भी लोगों को उन्हें देखने से रोक दिया गया था। अब ये बात कितनी सच है और कितनी झूठ, इस बारे में नहीं कहा जा सकता है। लेकिन सिद्धार्थ के जाने का गम देशभर को है। किसी को नहीं पता था कि हम सबके दिलों पर राज करने वाला सिद्धार्थ इतनी जल्दी हमें छोड़कर चला जाएगा।