Interim Budget : जानिए क्या होता है अंतरिम बजट
New Delhi : Interim budget announced by Finance Minister Piyush Goyal : आज देश का (Interim Budget) अंतरिम बजट वित्त मंत्री पीयूष गोयल (Finance Minister Piyush Goyal) ने पेश किया. ये (Budget) बजट मोदी (Narendra Modi) सरकार के कार्यकाल का आखिरी बजट है. अरुण जेटली (Finance Minister Arun Jaitley) की अनुपस्थित में अल्पकालीन के लिए नियुक्त किए गए वित्त मंत्री पीयूष गोयल (Finance Minister Piyush Goyal) ने इसे संसद में पेश किया. संविधान के अनुसार केंद्र सरकार को प्रति वर्ष अपने कार्यकाल का लेखा-जोखा पेश करना होता है. इस बार लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) के कारण इस बजट (Budget) को जल्दी पेश कर दिया गया.
चार महीने के खर्च के लिए इस बजट (Budget) को संसद से मंजूरी लेकर जल्दी से पेश कर दिया गया है. अंतरिम बजट (Interim Budget) की परंपरा वर्ष 1948 के बाद से चल रही है. इसे वोट ऑन अकाउंट या अंतरिम बजट (Interim Budget) के नाम से जाना जाता है. ऐसे में ये सवाल उठता है कि आखिर अंतरिम बजट (Interim Budget) क्या है और केंद्र सरकार अंतरिम बजट (Interim Budget) पेश क्यों करती है? संविधान के अनुसार केंद्र सरकार पूरे एक वर्ष के अलावा भी कुछ समय के लिए बजट (Budget) का लेखा जोखा पेश कर सकती है. क्योंकि ये बजट (Budget 2019) कुछ महीने के लिए जारी किया जाता है इसलिए इसे अंतरिम बजट (Interim Budget) के नाम से जाना जाता है. इसे वोट ऑन अकाउंट और मिनी बजट (Mini Budget) के रूप से भी जाना जाता है.
इस बजट (Union Budget 2019) के लिए सरकार 3 महीने और 6 महीने के आधार पर खर्च के ब्यौरे का विवरण देती है. आम तौर पर केंद्र सरकार इस बजट (Budget 2019) को चुनावी वर्ष के दौरान ही पेश करती है. बताते चलें कि संसदीय प्रणाली के अनुसार 1 फरवरी को संसद में बजट पेश करना होता है. केंद्र सरकार इस बजट (Budget) को आने वाले वित्त वर्ष के लिए देती लागू कर देती है. जबकि चुनावी साल के ये जरूरी हो जाता है कि सरकार अपने खर्च और राजस्व का ब्यौरा सिर्फ चुनावी प्रक्रिया पूरी होने तक ही लागू रखें. चुनावी प्रक्रिया पूरी होने तक वित्त वर्ष के बचे हुए समय के लिए आम बजट भी आ सकेगा. वहीं इस चुनावी वर्ष बजट (Budget) जून-जुलाई में पहले संसद सत्र के दौरान नई सरकार आम बजट (Union Budget 2019) पेश करेगी.