Shweta Bachchan Nanda : जब बड़े पर्दे के महानायक की बेटी ने ‘फिल्मों में न आने की’ खाई कसम
Shweta Bachchan Nanda : “राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा, राजा वही बनेगा जो हकदार होगा”, सुपर-30 फिल्म का ये डॉयलॉग तो आपको बखूबी याद होगा, लेकिन बॉलीवुड के नेपोटिज्म से इसका कोई लेना-देना नहीं है। बॉलीवुड मे ये एक बहुत बड़ा सच है कि बच्चे अपने माता-पिता के प्रोफेशन को ही अक्सर अपना प्रोफेशन भी बना लेते हैं और ये कोई नई बात भी नहीं।
हालांकि अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता बच्चन ने अपने माता-पिता के प्रोफेशन को कभी ज्वॉइन नहीं किया, बल्कि उन्होंने तो कसम खाई थी कि वो एक्टिंग की दुनिया में कभी नहीं आएंगी। जबकि अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन अपने पिता की तरह बॉलीवुड में आ गए। आज श्वेता बच्चन अपना 48वां जन्मदिन मना रही हैं, तो चलिए आज के इस खास मौके पर आपको बताते हैं श्वेता के बारे में कुछ खास और दिलचस्प बातें।
एक्टिंग (Shweta Bachchan Nanda) करना है आसान काम
श्वेता बच्चन को बचपन से ही सिंगिग और ऐक्टिंग का शौक था और वो अपने स्कूल में होने वाले प्रोग्राम में हिस्सा भी लिया करती थीं। उन्हें लगता था कि स्पोर्ट्स और क्राफ्ट जैसी एक्टिविटी से आसान एक्टिंग करना है। बावजूद इसके उन्होंने ऐक्टिंग को कभी प्रोफेशन नहीं बनाया।
इसके पीछे श्वेता बच्चन वजह बताती हैं कि एक बार उन्हें स्कूल में प्ले के लिए इसलिए चुना गया था क्योंकि वो लंबी थी। प्ले में उन्हें सिर्फ हवाइयन गर्ल बनाकर खड़ा कर किया गया, जो कुछ नहीं करती थी। सिर्फ स्टेज पर प्यारी सी दिखती थी। उनके हिस्से में थोड़ा बहुत हिलना डूलना मात्र ही था, लेकिन फिर भी वो प्ले के लिए एक्साइटिड थीं।
फिर स्टेज से कर लिया तौबा
जब प्ले का दिन आया तो परफॉर्मेंस से थोड़ा पहले श्वेता बच्चन की स्कूल स्कर्ट फट गई। वो रोती हुईं टीचर के पास गई और कहा कि मेरी स्कर्ट फट गई, अब कैसे अपनी परफॉर्मेंस करें। इस पर टीचर ने कहा कि जब सभी लड़कियां स्टेज पर घूमेंगी, तो तुम सीधे सिर्फ खड़े रहना।
श्वेता ने आगे बताया कि प्ले के दौरान सभी बच्चे अपना परफॉर्मेंस दे रहे थे। स्टेप्स कर रहे थे, लेकिन वो गुमसुम खड़ी थीं। बस, इसी इस वाकई के बाद श्वेता बच्चन ने कसम खा ली कि वो कभी भी स्टेज पर परफॉर्म नहीं करेंगी।
बचपन में लगा बिजली का झटका
श्वेता बच्चन बचपन से ही अपनी मां जया बच्चन और पिता अमिताभ बच्चन के साथ सेट पर जाया करती थी। एक बार सेट पर खेलते हुए श्वेता ने बिजली के एक सॉकेट में अपनी उंगली डाल दी और उन्हें तेज करंट लग गया। इस हादसे के बाद श्वेता ने सेट्स पर जाना भी छोड़ दिया था।
श्वेता इस बात को मानती हैं कि एक अभिनेता बनने के लिए प्रतिभावान होने के साथ-साथ कड़ी मेहनत करना बहुत जरूरी है। हालांकि उन्हें कैमरे और भीड़ से बहुत डर है। जैसे ही वो लाइट, कैमरा और ऐक्शन शब्द सुनती हैं, फ्रीज हो जाती हूं। इन्ही सारी वजहों से श्वेता बच्चन फिल्मी दुनिया से दूर रहती हैं।