IAS Vishal Dhakad : मोटर मैकेनिक पिता का सपना पूरा करने के लिए बेटे ने की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी, 39वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी

IAS Vishal Dhakad : मोटर मैकेनिक पिता का सपना पूरा करने के लिए बेटे ने की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी, 39वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी

IAS Vishal Dhakad : मन में विश्वास हो और मेहनत करने का जुनून हो तो किसी भी काम में सफलता हासिल की जा सकती है. आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उनका नाम विशाल धाकड़ है. जिन्होंने आर्थिक हालातों से जूझते हुए देश की सबसे यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने परिवार का नाम रोशन कर लिया. विशाल बताते हैं कि उनके पिता मोटर मैकेनिक हैं.

दुकान से जो भी बचता था उसे वो बच्चों की पढ़ाई में खर्च कर देते थे. पैसों की कमी की वजह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था. लेकिन पिता का सपना पूरा करने के लिए उन्होंने कभी हार नहीं मानी और यूपीएससी परीक्षा में अच्छी खासी रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बन गए. आइए जानते हैं विशाल ने कैसे यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की.

कौन हैं (IAS Vishal Dhakad) आईएएस विशाल धाकड़

मध्य प्रदेश के गुना के रहने वाले विशाल धाकड़ एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता का नाम कमल सिंह धाकड़ है. जो कि गुना में ही मोटर मैकेनिक के तौर पर कार्यरत हैं. पिता दुकान में काम करने के साथ ही खेती-बाड़ी का काम भी संभालते हैं. आर्थिक रूप से हालात ज्यादा सही ना होने के बावजूद पिता ने बच्चों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं की.

IAS Vishal Dhakad : मोटर मैकेनिक पिता का सपना पूरा करने के लिए बेटे ने की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी, 39वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी 1

विशाल की शुरूआती पढ़ाई गुना में ही हुई. इसके बाद उन्होंने हिंदू कॉलेज से अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. बचपन से ही पढ़ाई में ठीक होने की वजह से उन्होंने अपने पिता के सपनों को पूरा करने का विचार किया. फिर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने लगे.

यूपीएससी सिलेबस की करें अच्छी तरह से तैयारी

विशाल धाकड़ बताते हैं कि यूपीएससी परीक्षा बिलकुल भी आसान नहीं है. लेकिन इस परीक्षा को रणनीतिक स्तर पर काम करने से अच्छे परिणाम हासिल किए जा सकते हैं. वो कहते हैं कि सिलेबस को अच्छी तरह से समझकर तैयारी शुरू करना चाहिए. वहीं पढ़ाई करते समय नोट्स जरूर बनाते चलें और पुराने पेपरों को सॉल्व करने की प्रैक्टिस करते रहना चाहिए.

करेंट अफेयर से जुड़े सवालों को यूपीएससी परीक्षा में काफी पूछा जाता है. इसलिए न्यूजपेपर या मैगजीन की मदद से खुद को अपडेट रखें. आत्मविश्वास बनाए रखना इस परीक्षा में बहुत जरूरी होता है. बतातें चलें कि विशाल को भी पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली थी. पहले प्रयास में उन्होंने 579वीं रैंक हासिल की थी. जिसके बाद उन्होंने फिर से तैयारी करने का विचार किया.

39वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी

विशाल ने अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत दूसरे प्रयास में आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 39वीं रैंक हासिल की और आईएएस अधिकारी बनकर अपने पिता का सपना भी पूरा किया.

उनकी इस सफलता पर पिता कमल धाकड़ कहते हैं कि छोटी सी दुकान की बदौलत उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उनकी बेटी ने जहां डॉक्टर बनकर परिवार का नाम रोशन किया तो बेटे ने आईएएस अधिकारी बनकर पिता के सपनों को पूरा कर दिया. उनकी इस सफलता पर परिवार और रिश्तेदार जहां बधाई दे रहे हैं.

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