IAS ranu sahu : दिव्यांग महिला ने बच्ची को दिया जन्म तो जिलाधिकारी ने ली शादी तक की जिम्मेदारी, सोशल मीडिया पर हुई सराहना

IAS ranu sahu : दिव्यांग महिला ने बच्ची को दिया जन्म तो जिलाधिकारी ने ली शादी तक की जिम्मेदारी, सोशल मीडिया पर हुई सराहना

IAS ranu sahu : छत्तीसगढ़ के कोरबा की जिला अधिकारी रानू साहू ने ऐसा काम किया है जिसकी लोग खूब प्रसंसा कर रहे हैं। दरअसल 28 दिसम्बर को एक आश्रम में जन्मी बच्ची का उन्होंने नामकरण किया और उसकी पढ़ाई-लिखाई से लेकर शादी तक की खर्च उठाने की जिम्मेदारी का वादा किया है। उसके बाद से ही जिले के लोग उनकी खूब तारीफ कर रहे हैं। बता दें कि इस आश्रम का संचालन सामाजिक संस्था छत्तीसगढ़ वेल फेयर सोसायटी द्वारा किया जाता है। इसमें मानसिक रूप से विछिप्त लोगो को रखकर उनकी देखभाल की जाती है।

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वेलफेयर सोसायटी से संबंध रखने वाले श्री राणा मुखर्जी ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान कोरबा के पुराने बस स्टैंड में एक मानसिक रूप से विछिप्त महिला मिली थी। जिसके बाद उसे डाक्टरी जांच के लिए ले जाया गया था. जांच के बाद डाक्टरों ने बताया था कि महिला 5 माह की गर्भवती है। फिर उस महिला को छत्तीसगढ़ वेल फेयर सोसायटी द्वारा संचालित अपना घर सेवा आश्रम में लाया गया था। आश्रम में गर्भवती महिला की देखभाल की गई और महिला ने 23 जून को एक बच्ची को जन्म दिया। इसी बच्ची का नामकरण और अन्नप्राशन संस्कार के लिए कोरबा के कलेक्टर श्रीमती रानू साहू को आमंत्रित किया गया था।

कलेक्टर ने बच्ची का नाम तेजस्वनी रखा

कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर रानू साहू ने इस बच्ची को अपने गोद में लिया और नामकरण किया और साथ ही उसकी पढ़ाई-लिखाई से लेकर शादी तक की खर्च उठाने का संकल्प लिया। कलेक्टर ने बच्ची का नामकरण करते हुए कहा कि ये बच्ची अपने नाम के अनुरूप समाज में एक विशेष मुकाम हासिल करेगी और लोगों को जीने का नया तेज देगी।

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रानू साहू ने छत्तीसगढ़ वेलफेयर सोसायटी के समाज सेवा के कार्यों को भी सराहना की और हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।    

कौन हैं आईएएस रानू साहू

रानू साहू की जन्म गरियाबंद जिले के एक छोटे से गांव पांडुका में हुई है। बता दें कि वे कोरबा में दूसरी बार अधिकारी बनकर आई है। इससे पहले 2005 में आईपीएस बनने के बाद कोरबा डीएसपी के रूप में सेवाएं दे चुकी हैं। वे  तेज तर्रार छवि के लिए पहचानी जाती हैं।

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