Hartalika teej 2019 : हरतालिका तीज के दिन पति की लंबी उम्र के लिए इस मंत्र का करें जाप, जानें क्या है पूजा विधि
hartalika teej in 2019 : हरतालिका तीज शादी-शुदा महिलाओं द्वारा मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं अपने पति के लिए लंबी उम्र की कामना करती हैं. महिलाएं शंकर-पार्वती की साधना कर सदा सुहागन रहने का वरदान मांगती हैं. इसके साथ ही उन्हें पूरे दिन निर्जला व्रत रखना पड़ता हैं. कुछ जगहों पर महिलाएं 24 घंटों तक जीभ में बनने वाली लार को भी शरीर के अंदर नहीं लेती हैं.
वहीं, इस दिन उन्हें सोना भी मना होता है. महिलाएं रात में भजन और तीज के गीत गाते हुए सुबह तक जागती रहती हैं. शास्त्रों के अनुसार इस दिन सोलह श्रृंगार करना जरूरी होता है. वहीं, तीज के मौके पर बहुएं अपनी सास को या घर की बड़ी महिला को सुहाग और श्रृंगार का सामान सजाकर देती है. ऐसा कहा जाता है कि नई दुल्हन के लिए ये व्रत बहुत अहम होता है.
पूरे देश में हरतालिका तीज का उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. कर्नाटक, तमिलनाडू और आंध्र प्रदेश में हरतालिका तीज को ‘गौरी हब्बा’ के नाम से जाना जाता है.
हरतालिका तीज शुभ मुहूर्त
इस बार हरतालिका तीज का पर्व दो बार मनाया जाएगा. पहला पर्व 1 सितंबर और दूसरा पर्वा 2 सितंबर को मनाया जाएगा. तीज का शुभ मुहूर्त सायंकाल 6 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर 8 बजकर 57 मिनट तक मनाया जाएगा.
वहीं, 2 सितंबर को व्रत रखने वाली महिलाएं सूर्य उदय के बाद 8 बजकर 58 मिनट तक पूजा-पाठ कर सकती हैं. महिलाओं को इस पूरे दिन व्रत करना होगा. शाम के समय शिव-पार्वती के मंदिर जाकर उनके चरणों में पुष्प अर्पित कर पूजा करनी होगी.
व्रत की पूजा विधि
इस व्रत को प्रारम्भ करने से पूर्व ‘उमामहेश्वरसायुज्य सिद्धये हरितालिका व्रतमहं करिष्ये’ मंत्र का जाप कर व्रत करने का संकल्प लिया जाता है. तीज के दिन शाम के समय स्नान कर सुहाग के कपड़े पहन लेने चाहिए. इसके बाद शिव-पार्वती की प्रतिमा बनाकर पूजा-पाठ करनी चाहिए. इसके बाद माता पार्वती के चरणों में सुहाग और श्रृंगार का समान रख देना चाहिए. भगवान शिव के भी चरणों में वस्त्र चढ़ा दें.
इसके बाद शिव-पार्वती की पूजा करें. पूजा करने के बाद हरतालिका व्रत की कथा सुनें. दीप जलाकर शिव-पार्वती की विधिवत पूजा करें. इसके बाद ककड़ी-हलवे का भोग लगाकर ककड़ी खाकर व्रत खोल लें. तीज के दिन नवविवाहित महिलाएं बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद जरूर ले लें.