Mission Raftaar : कानपुर से प्रयागराज के बीच बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार, 2 घंटे में होगा सफर
Mission Raftaar : कानपुर से प्रयागराज ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के खुशखबरी है। इस साल के अंत तक दोनों शहरों के बीच में 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसके बाद अगले साल इनकी स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटा की जाएगी फिर 2024 में ये स्पीड 160 तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
2024 में ट्रेनों की रफ़्तार होगी 130 KM
कानपुर से प्रयागराज बीच 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से ट्रेनों को चलाया जाएगा। इससे यात्री जल्द से जल्द अपनी यात्रा को पूरी कर पाएंगे। कानपुर से लखनऊ पहुंचने सवा घंटे का समय लगेगा। अभी की बात करें तो कानपुर से लखनऊ के बीच चलने वाली ट्रेनों की रफ्तार 70 किलोमीटर प्रति घंटा है। ट्रेनों की रफ्तार को बढ़ाने के लिए सिग्नलिंग और ट्रैक मेंटेनेंस का काम चल रहा है। 2023 तक ये कार्य पूरा हो जाएगा और ट्रेनों की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा की जाएगी। 2023 की पहली तिमाही में ट्रेनों की स्पीड को 130 किलोमीटर प्रति घंटा करने का लक्ष्य रखा गया है और साल 2024 में स्पीड को 160 किलोमीटर प्रति घंटा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
2024 में पूरा होगा मिशन ‘रफ्तार‘
मिशन रफ़्तार के तहत रेलवे दिल्ली से हावड़ा के बीच ट्रेनों की रफ़्तार को 160 किलोमीटर प्रति घंटा करने पर काम कर रहा है। दिल्ली-हावड़ा रूट पर लखनऊ के न होने के बाद भी इस प्रोजेक्ट में कानपुर-लखनऊ को जोड़ा गया है। मिशन रफ्तार साल 2024 के मार्च महीने में पूरा हो जाएगा। मिशन रफ़्तार प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद लखनऊ से कानपुर के बीच मात्र पौने घंटे की रह जाएगी। दिल्ली से कानपुर आने-जाने वाले यात्रियों को सिर्फ साढ़े तीन घंटे का समय लगेगा। वहीं प्रयागराज से कानपुर के बीच दूरी मात्र 2 घंटे में पूरी होगी। प्रधानमंत्री मोदी के मिशन रफ़्तार पूरा होने के बाद ट्रैकों के दोनों तरफ दीवार उठाई जाएगी। दीवार के होने से तेज़ रफ्तार से आ रही ट्रेनों से दुर्घनाओं में कमी आएगी।