Electric Bus in Ayodhya : अयोध्या में चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें, शहर को इको फ्रेंडली बनाने पर दिया जा रहा जोर
राम मंदिर अयोध्या के विकास में मील का पत्थर साबित हो रहा है। जबसे राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है तब से सैकड़ों योजनायें अयोध्या में चल रही हैं। जिससे समूचे अयोध्या का तेजी से विकास हो रहा है। राम मंदिर के निर्माण की वजह से राम नगरी में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि जैसे ही राम मंदिर का निर्माण पूरा होगा तो हर साल लाखों श्रद्धालु भगवान राम लला के दर्शन करने आएंगे। ऐसे में सबसे ज्यादा बोझ ट्रैफिक पर पड़ेगा है। जिसकी तैयारी अभी से तेज कर दी गई है।
इलेक्ट्रिक बसों के लिए बनेंगे 12 बस स्टॉप
इसी को ध्यान में रखते हुए शहर भर में इलेक्ट्रिक बसों को चलाने की तैयारी तेज कर दी गई हैं। ये बसें पर्यावरण के अनुकूल है। रामनगरी में आने वाले भक्तों व पर्यटकों को 15 किलो मीटर की धार्मिक यात्रा कराई जाएगी। इन इलेक्ट्रिक बसों के जरिए भक्त रामकथा पार्क से गुप्तारघाट होते हुए भरतकुंड पहुंचेंगे। जिसके लिए इसके लिए 12 बस स्टॉप बनाए जाएंगे।
अयोध्या को इको-फ्रेंडली बनाने पर दिया जा रहा है। अयोध्या में पौराणिकता को सहेजते हुए आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही है। राममंदिर का इलाका प्रदूषण मुक्त रहने के लिए डीजल और पेट्रोल से चलने वाले यात्री वाहनों को बंद कर, इलेक्ट्रिक वाहन व बैटरी से चलने वाले वाहनों को बढ़ाया जायेगा।
पूरे शहर में बढ़ेंगी जनसुविधाएं
इलेक्ट्रिक बस के स्टॉप तय करने के लिए सड़कों की मार्किंग शुरू कर दी गई है। रामकथा पार्क सहित 12 स्थानों पर बस स्टॉप बनाने की योजना है। जिसके लिए बस स्टॉप बनने वाले स्थान पर 20 मीटर और सड़क के अलावा लगभग 10 मीटर तक जगह लेने की तैयारी है। अब तक हनुमानगढ़ी, श्रीराम अस्पताल, नयाघाट, छोटी देवकाली, टेढ़ी बाजार पर बस स्टाप बनाने के लिए मार्किंग की जा चुकी है। अयोध्या नगर निगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा, “भविष्य की अयोध्या इको फ्रेंडली और सभी आत्यधुनिक सुविधाओं से युक्त होगी। राममंदिर का इलाका पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होगा। पूरे शहर में जनसुविधाओं को बढ़ाया जाएगा। दिसंबर 2023 में राम मंदिर बनने से पहले अयोध्या विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त हो जाएगी। जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, अयोध्या में संपन्नता आएगी।”