Hydrabad Rape case : महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार में शामिल सभी आरोपियों का एनकाउंटर, जानिए पुलिस ने कैसे किया एनकाउंटर
Hydrabad rape case in detail : हैदराबाद में महिला डाक्टर के साथ हुए रेप के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. तेलांगना पुलिस ने रेप कांड के सभी आरोपियों का एकाउंटर कर दिया है. रेप कांड में शामिल सभी चार आरोपियों पर रेप और मर्डर का आरोप था.
पुलिस ने ये एनकाउंटर 6 दिसंबर की सुबह किया. पुलिस के अनुसार अदालत में चार्जशीट दाखिल करने के बाद पुलिस इन चारों आरोपियों को घटनास्थल लेकर गई थी. पुलिस का कहना है क्राइम की जांच पड़ताल के लिए सीन ऑफ क्राइम (रिक्रिएशन) के लिए आरोपियों को घटनास्थल लेकर गई थी.
पुलिस घटनास्थल पहुंची और आरोपियों से पूछताछ कर रही थी तभी एक आरोपी ने पुलिसकर्मी का हथियार छीन लिया. हथियार छीनने के बाद चारों आरोपी वहां से फरार होने की कोशिश करने लगे. तभी पुलिस ने इन आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया. इस दौरान दो पुलिसकर्मी घायल हो गए.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी भाग जाते तो हंगामा खड़ा हो सकता था. आरोपी पुलिसकर्मियों पर गोली चला सकते थे. पुलिस के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था. पुलिस ने जवाबी फायरिंग में चारों आरोपी को मार गिराया.
आरोपियों ने कैसे दिया रेप की वारदात को अंजाम
बता दें कि 28 नवंबर को चारों आरोपियों ने महिला डाक्टर को स्कूटी पार्क करते हुए देखा था. आरोप है कि महिला डॉक्टर की इन आरोपियों ने जानबूझकर स्कूटी पंचर कर दी. इसके बाद मदद के बहाने महिला को सूनसान जगह पर ले जाकर आरोपियों ने गैंगरेप किया. इस दौरान उन्होंने महिला के मुंह में कपड़ा डाल दिया था. जिससे महिला शोर नहीं मचा सकी और कपड़ा मुंह में रहने की वजह से महिला की दम घुटने से मौत हो गई.
इसके बाद आरोपियों ने महिला के शव पर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया. पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने घटना के समय शराब पी रखी थी. इस बर्बरता भरे रेप और मर्डर की घटना के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल था. इस मामले में सुनवाई के लिए फॉस्ट ट्रैक कोर्ट का गठन भी किया गया था. बताते चलें कि इस मामले में शामिल सभी आरोपियों की उम्र 20 से 26 वर्ष थी.
इस एनकाउंटर के बाद लोगों की अलग अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा है कि पुलिस द्वारा उठाए गए इस कदम से वो खुश हैं. उन्होंने कहा कि निर्भया मामले की तरह आरोपी आराम से जेल में तो नहीं हैं. वहीं इस मामले में कुछ लोगों का कहना है कि अगर पुलिस इस तरह के रवैये से देश की न्यायिक व्यवस्था खराब हो जाएगी.