Outfit of Indian Soliders : सेना में जवानों के बाल छोटे क्यो होते हैं, इस राज को जानकर हैरान रह जाएंगे आप
Outfit of Indian Soliders : बाल काटने वाले शख्स की दुकान में आपने ‘आर्मी कट’ शब्द जरूर सुना होगा. समय के साथ साथ हम अपने बालों के स्टाइल को बदलते रहते हैं. आपने अपने आसपास के लोगों को ‘छोटे बाल’ या ‘आर्मी कट’ रखते जरूर देखा होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि छोटे बालों को ‘आर्मी कट’ ही क्यों कहा जाता है ? और आर्मी में छोटे बाल रखने का क्या राज होता है ?
दरअसल, आर्मी में शुरूआत से ही छोटे बालों का प्रचलन है. देश की सेना के प्रत्येक जवान के बाल छोटे कर दिए जाते हैं. उन्हें सप्ताह में एकबार अपने बालों को जरूर कटवाना पड़ता है. अगर कोई भी जवान ऐसा नहीं करता है या उसके बड़े बाल दिख जाते हैं तो उसपर कार्रवाई की जाती है. उस जवान को सेना के नियमों द्वारा दंड दिया जाता है.
आर्मी के जवानों को अधिकतर सीमा पर या ऐसे इलाकों पर रहना पड़ता है, जहां दुश्मनों से जवानों को बहुत खतरा रहता है. ऐसे इलाकों में जवानों को सिर पर हेलमेटं और कई प्रकार के पारंपरिक और अत्याधुनिक गैजेट पहनने पड़ते हैं. ऐसे समय बड़े बाल जवानों के लिए तकलीफ का कारण बन सकते हैं.
वहीं, रेगिस्तान जैसे गर्म इलाकों में जवानों के सिर से ज्यादा पसीना आ सकता है. ज्यादा पसीना आने से जवानों के शरीर में पानी की कमी हो सकती है और सिर पर जो गैजेट उन्होंने पहन रखा है वो भी परेशानी खड़ी कर सकते हैं. इसलिए जवानों के बालों को छोटा कर दिया जाता है.
बालों को छोटा रखने का दूसरा कारण ये है कि सैनिकों को बंदूक से निशाना लगाना पड़ता है. इस कार्य में बहुत ही धैर्य और एकाग्रता की जरूरत पड़ती है. बड़े बाल जवानों की आंखों के सामने आकर उनका ध्यान भटका सकते हैं. इसके अलावा बालों के बंदूक के अंदर गिर जाने से बंदूक खराब भी हो सकती है. इस वजह से भी जवानों के बालों को सेना में छोटे रखा जाता है.
जानकारों के मुताबिक जवानों के बालों को छोटा रखने का तीसरा मुख्य कारण उनका जल्दी सूख जाना है. जवानों को जंगलों, नदियों और बारिश आदि का सामना करना पड़ता है. ऐसे में बड़े बालों को सुखाने में काफी समय लग जाता है.
ऐसे में जवानों को सर्दी, जुकाम और बुखार आदि हो सकता है. छोटे बाल जवानों को ऐसी बीमारियों से बचाकर उन्हें स्वस्थ्य रखते हैं. इस कारण से भी जवानों के बालों को छोटा रखना पड़ता है.
खैर जवानों के बाल बड़ें हों या छोटे उनके साहस और वीरता के चर्चे पूरी दुनिया में होते रहते हैं और आने वाली सदियों में भी होते रहेंगे