भारी बारिश में पिता ने खुद परेशानी सहकर बेटी को पढ़ने के लिए दी छांव, सोशल मीडिया में वायरल हुई तस्वीर
सोशल मीडिया पर कई तरह के फोटो आये दिन वायरल होते रहते है. कभी-कभी ऐसे फोटो या वीडियो वायरल होते हैं जो हमें आतंरिक तौर पर काफी भावुक कर देते हैं. सोशल मीडिया में इन दिनों एक ऐसी ही तस्वीर वायरल हो रही है जो काफी भावुक करने वाली है. इस तस्वीर में एक पिता अपनी बेटी को छाता लिए खड़ा हुआ है. वहीं बेटी भी पिता की मदद की बदौलत ऑनलाइन पढ़ रही है. सोशल मीडिया पर ये तस्वीर ट्रेंड कर रही है.
पिता और बेटी के रिश्ते को बयां करती तस्वीर
पिता और बच्चों का रिश्ता बहुत ही खास होता है। पिता अपने बच्चों के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते है। ऐसा ही एक फोटो 20 जून 2021 को फादर्स-डे के अवसर पर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। जिसने सभी लोगो का दिल जीत लिया है। इस फोटो को एक पत्रकार ने कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले के बालका गांव में शूट किया गया था. इस गांव में बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं मिल पाती है.
इस तस्वीर में एक पिता भारी बारिश के बीच छाता लिए खड़ा है. छाते की छांव के नीचे उसकी बेटी मोबाइल फोन पर ऑनलाइन क्लॉस अटेंड कर रही है। इस लड़की के पिता का नाम नारायण है. कोरोना के इस दौर में ज्यादातर स्कूल बंद चल रहे हैं. इस वजह से ज्यादातर स्कूल ऑनलाइन क्लासेज की मदद से बच्चों को पढ़ा रहे हैं. हालांकि देश में कई ऐसी जगह हैं जहा पर इंटरनेट ठीक से नहीं मिल पाता है. जिसके कारण कई छात्रों की पढाई प्रभावित हो रही है. जिस वजह से बच्चों के परिजनों को इस तरह का कष्ट उठाना पड़ रहा है.
इंटरनेट नेटवर्क के लिए छात्रों को ऊंची पहाड़ियों पर जाना पड़ता है
एक अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक कुछ छात्रों को पहाड़ी इलाकों में इंटरनेट नेटवर्क नहीं मिल पाता है. इस कारण उन्हें गांव में किसी ऊँची जगह पर जाना पड़ता है. इसके लिए पहाड़ियों और कई अन्य कठिन स्थानों पर छात्र जाते है. क्षेत्र के बल्लाका, गुट्टीगर या कामिला में रहने वाले छात्रों के लिए भी अपने घरों पर नेटवर्क की कमी की वजह से ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेना बहुत मुश्किल हो जाता है.
जिस वजह से उन्हें मोगरा गांव से बाहर जाकर किसी ऊंचे स्थान पर इंटरनेट यूज करना पड़ता है. ऑनलाइन क्लास अटेंड करने वाले बच्चों को धूप और बारिश का सामना भी करना पड़ता है, जिससे बचाने के लिए उन्होंने ऊँची जगहों पर टेंट भी लगा रखा है।
BSNL कंपनी के नेटवर्क पर निर्भर हैं छात्र
यहां के मूल निवासी BSNL नेट्वर्क पर निर्भर हैं. यहां किसी अन्य कम्पनी का नेटवर्क नहीं मिल पाता है। कई बार बिजली कटौती के दौरान उनके मोबाइल का टावर काम नहीं करता है। इन बच्चों को नेटवर्क और बिजली कटौती जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऑनलाइन क्लास के लिए छात्रों को कम-से-कम 3जी नेटवर्क की जरूरत पड़ती है।
जो तस्वीर वायरल हो रही है. उसमें पिता अपनी बच्ची को नेट्वर्क खराब होने के कारण प्रतिदिन इस जगह पर लेकर आते है। यहां पर वो शाम 4 बजे तक इंटरनेट की मदद से अपनी SSC की क्लास करती है। जब ये तस्वीर ली गई तब बेटी पढ़ाई कर रही थी और अचानक से बारिश होने लगी, जिस वजह से पिता ने अपनी बेटी के ऊपर छाता लगा दिया. पत्रकार ने उसी दौरान ये तस्वीर खींच लीं. ये तस्वीर एक छात्र की दुर्दशा को दर्शाती है, लेकिन यहां पर रहने वाले ऐसे कई छात्र है, जो इसी स्थति से गुजर रहे है।
BSNL के कंज्यूमर फिक्स्ड एक्सेस के प्रधान महाप्रबंधक जीआर रवि ने कहा, है की “हम उन क्षेत्रों में भारत एयरफाइबर इंटरनेट बहुत जल्द लगाकर इस समस्या को हल करने की कोशिश करेगें इसके साथ ही इस इलाके की नेटवर्क की समस्या को ठीक किया जाएगा.