IAS Sonam Goel : पिता नहीं चाहते थे कि बेटी करे upsc परीक्षा की तैयारी, जिद पर अड़ी और 13वीं रैंक हासिल कर बनी IAS अधिकारी
IAS Sonam Goel : यूपीएससी परीक्षा में हर साल लाखों अभ्यर्थी बैठते हैं. ये परीक्षा इतनी कठिन होती है कि लाखों अभ्यर्थियों में महज 700-800 ही सफलता हासिल कर पाते हैं. परीक्षा में सफलता हासिल करने के बहुत कम संभावना होने की वजह से परिवार या दोस्तों से अभ्यर्थियों को दूसरे प्लान को तैयार रखने की सलाह दी जाती है. आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उनके पिता ने उन्हें दूसरा प्लान तैयार रखने की सलाह दी थी.
लेकिन उनका आत्मविश्वास इतना मजबूत था कि कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत उन्होंने सफलता हासिल कर ली. इस आईएएस अधिकारी का नाम सोनल गोयल है. सोनम की कहानी ऐसे युवाओं के लिए प्रेरणा हो सकती है जो यूपीएससी परीक्षा या फिर किसी अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं. आइए जानते हैं उन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षा में सफलता कैसे हासिल की.
कौन है (IAS Sonam Goel) सोनल गोयल
हरियाणा के पानीपत की रहने वाली सोनल गोयल एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके पिता एक चार्टेड अकाउंटेंट हैं. एक साक्षात्कार में सोनल बताती हैं कि उनके पिता नहीं चाहते थे कि वो यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करें. दसअसल उनके पिता कहते थे कि यूपीएससी परीक्षा काफी कठिन होती है और इसमें सफलता की संभावना भी बहुत कम होती है.
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उन्होंने शुरुआत में बेटी को किसी दूसरे कोर्स की तैयारी करने की सलाह दी लेकिन बेटी की लगन देखकर उन्होंने कहा कि यूपीएससी के साथ दूसरी परीक्षाओं की तैयारी भी करती रहें. सोनल ने दिल्ली से ही अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. यहां से उन्होंने लॉ की डिग्री हासिल कर ली. वो कहती हैं कि वो लॉ की प्रैक्टिस भी करती थी साथ ही उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना शुरू कर दिया.
आसान नहीं UPSC परीक्षा की तैयारी का सफर
सोनल गोयल ने पहली बार साल 2006 में यूपीएससी परीक्षा दी. हालांकि सही रणनीति और लॉ की प्रैक्टिस करने की वजह से वो ये परीक्षा नहीं पास कर सकी. इस परीक्षा में उन्होंने प्रीलिम्स और मेन्स की परीक्षा में सफलता तो हासिल कर ली लेकिन इंटरव्यू राउंड वो क्लियर नहीं कर सकी. परीक्षा में असफलता हासिल करने के बाद भी उनका हौसला नहीं टूटा और फिर से परीक्षा की तैयारी में लग गई.
सोनल बताती हैं कि उन्हें पूरा आत्मविश्वास था कि इस परीक्षा में वो जरूर सफल हो सकती है. इसलिए उन्होंने अगली यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. एनसीआरटी की किताबें, नोट्स और करेंट अफेयर्स पर उन्होंने पूरा ध्यान दिया. इसके साथ ही उन्होंने साक्षात्कार की भी अच्छी तरह प्रैक्टिस कर ली थी.
13वीं रैंक हासिल कर बनीं IAS अधिकारी
सोनल ने साल 2007 में फिर से यूपीएससी परीक्षा दी. इस बार उन्हें देश भर में 13वीं रैंक हासिल की और यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. वो कहती हैं आईएएस अधिकारी बनने पर सबसे ज्यादा खुशी उनके पिता को हुई. वहीं परिवार और रिश्तेदारों को भी काफी खुश थे.
सोनल बताती हैं कि अगर आप किसी काम को पूरी ईमानदारी के साथ करते हैं तो आपको सफलता जरूर मिलती है. यूपीएससी परीक्षा में मेहनत और लगन के अलावा आत्मविश्वास की भी काफी जरूरत पड़ती है. साल 2016 में सोनल ने हरियाणा कैडर जॉइन किया और तमाम बड़े विभागों की जिम्मेदारी संभाली