Agneeveer Indian Army : सेना में भर्ती होने का सपना हर युवा का होगा साकार, सरकार ने जारी किए ये दिशानिर्देश
Agneeveer Indian Army : सेना में जाने का ख्वाब हर युवा का होता है। फिर इंडियन आर्मी हो, एयरफ़ोर्स हो, या फिर नौसेना हो। सेना में भर्ती होने का सम्मान ही कुछ और होता है। भर्ती होने वाले कैंडिडेट्स को इससे जुड़ी सभी बेसिक जानकारी होगी। लेकिन इसकी परीक्षा में मानसिक और शारीरिक दक्षता हासिल करना आसान खेल नहीं हैं. हालांकि इसबार सरकार कुछ ऐसा करने वाली है जिससे हर देश के लिए सेवा करने का सपना लिए हर युवा सपना साकार कर सकेगा. दरअसल इंडियन आर्मी रिक्रूटमेंट को लेकर सरकार की नई व्यवस्था आ रही है।
इस नई व्यवस्था का नाम ‘टुअर ऑफ़ ड्यूटी’ होगा। आसान शब्दों में कहें तो, नई व्यवस्था के तहत जो भी कैंडिडेट्स सेना में भर्ती होंगे उन्हें अग्निवीर कहा जाएगा। अग्निपथ व्यवस्था के तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की होगी। इसके अलावा जब चार साल पूरे हो जाएंगे तो, उन्हें 10 लाख रुपए दिए जाएंगे, वो भी बिलकुल टैक्स फ्री। साथ ही अग्निवीरों को डिप्लोमा और सर्टिफिकेट्स भी दिए जाएंगे। सरकार की इस नई व्यवस्था के तहत ऑफिसर रैंक से नीचे पद के लिए हर साल 45 से 50 हजार भर्तियां की जाएंगी। भर्ती की ये प्रक्रिया साल भर में दो बार की जाएगी।
क्या रहेगा अग्निवीरों (Agneeveer Indian Army) की भर्ती का पैमाना
अग्निवीरों की भर्ती का पैमाना क्या होगा, और कैसा होगा ये भी कैंडिडेट्स को समझना बेहद जरूरी है।
• यहां 17 साल से 21 साल तक के कैंडिडेट्स अप्लाई कर सकते हैं।
• भर्ती से जुडी किसी भी तरह की योजनाओं में फिलहाल बदलाव नहीं होंगे।
• भर्ती के बाद कम से कम 6 महीन की ट्रेनिंग होगी।
• बाकी के साढ़े तीन साल कैंडिडेट्स नौकरी करेंगे।
• 4 साल का समय पूरा होने के बाद सेना में फिर से भर्ती होने के चांस रहेंगे।
जानिए कैसे और कितनी मिलेगी सैलरी
सरकार की इस नई व्यवस्था के तहत महीने में 30 हजार रुपए से सैलेरी की शुरुआत होगी। जो 40 हजार तक पहुंच सकती है।
हालांकि इस व्यवस्था के तहत सरकार आपकी बचत के लिए सैलरी का 30 फिसद हिस्सा सेवा निधि में जमा करेगी। इसके बाद चार साल की सेवा के बाद सैनिक को 10 से 12 लाख रुपए भी मिलेंगे। जिसका टैक्स नहीं काटा जाएगा।
सेना भर्ती में नए सिस्टम की जरूरत
अभी सेना भर्ती के लिए कैंडिडेट्स को पूरा साल इंतजार करना पड़ता है। इस नये सिस्टम से काफी परेशानियां दूर हो जाएंगी। युवाओं की थल, जल और वायु सेना में भर्ती होने की चाह पूरी होगी। साथ ही, इस नई व्यवस्था से देश के किसी भी कोने और किसी भी बैकग्राउंड से आने वाले युवा किसी भी रेजिडेंट का हिस्सा बन पाएंगे। इस व्यवस्था में पेशन बचत भी है।
नई व्यवस्था में बीमा की सुविधा
किसी ऑपरेशन के तहत अगर किसी अग्निवीर की मौत उसकी सर्विस के 4 साल के दरमियान में हो जाती है तो बीमे की सारी रकम परिवार की दी जाएगी। इसकी रकम लगभग 48 लाख रुपए रखी जाएगी।
और जितनी भी उसकी नौकरी बची होगी, उसकी सैलरी भी उसके परिजनों को दी जाएगी। वहीं अगर इस बीच कोई अग्निवीर विकलांग हो जाता है, तो उसे आर्थिक मदद भी सरकार की ओर से मुहैया करवाई जाएगी।