Sariya Price This Week : मकान बनाने का प्लान कर रहे हैं तो ये नहीं है सही समय, जानिए क्या है वजह
Sariya Price This Week : अगर आप भी मानसून के दौरान घर बनवाने का प्लान कर रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है. मानसून और महंगाई का असर अब कंस्ट्रक्शन के काम पर भी देखने को मिल रहा है. जिसके चलते सरिया और सीमेंट के दामों में भी उछाल आ गया है. सरिया सीमेंट के लागातर दामों में बढ़ोतरी की वजह से लोगों का मकान बनवाना मुश्किल होता जा रहा है. यूपी के अलग अलग शहरों जून माह में सरिया के दाम 44 हजार रुपए प्रति टन के आसपास था तो वहीं जुलाई माह में ये 51500 रुपयों से लेकर 61800 रुपए तक पहुंच गया है.
पिछले 45 दिनों के भीतर सरिया और सीमेंट के दामों में जबरदस्त बढ़ोतरी के बाद लोगों को अब घर बनाना मुश्किल हो गया है. देश के अलग – अलग शहरों में भी इसका असर देखा जा सकता है. जानकार बता रहे हैं कि इस महंगाई की मुख्य वजह मानसून का आना और सरिया सीमेंट की मांग का बढ़ना है. मानसून के मौसम में नदियों में बाढ़ और पानी के ज्यादा बहाव की वजह से रेत को निकालने में काफी मुश्किल होती है जिससे बालू और सीमेंट के दामों में उछाल आ जाता है. वहीं, जून के महीने में कन्सट्रक्शन मैटेरियल का दाम कम था जिसकी वजह से इसकी डिमांड बढ़ गई जिसका असर जुलाई में देखने को मिल रहा है.
अलग-अलग शहरों में इस तरह से बढ़ रहे दाम
देश के विभिन्न शहरों में सरिया के रेट अलग-अलग मात्रा में बढ़े हैं. जैसे देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बीते डेढ़ महीने में सरिया के भाव महज 500 रुपये प्रति टन बढ़े हैं l दूसरी तरफ अन्य अन्य राज्यों में 2,500 रुपये से लेकर 6,500 रुपये प्रति टन तक की तेजी देखने को मिला रही है l 51,500 रुपये प्रति टन की रेट से देश में सबसे सस्ता सरिया अभी पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मिल रहा है l वही दुसरी तरफ़ उत्तर प्रदेश के कानपुर में सरिया अभी 61,800 रुपये प्रति टन के भाव में मिल रहा है l
हर हफ्ते सरिया इतना महंगा हो रहा
बता दें कि मार्च-अप्रैल महीने में कंन्सट्रक्शन के सामान के दामों में थोड़ी गिरावट देखने को मिली थी. लेकिन सरिया सीमेंट आदि के दामों के काम होने के कारण लोगों ने डिमांड बढ़ा दी. जून के महिने में सरिया के दाम में करीब आधी कटौती हो गई. जून महीने में मानसून की आहट पाते ही फिर से इनके दाम तेजी से बढ़ने लग गए. इस दौरान हर सप्ताह सरिया का रेट करीब 1000 रुपये बढ़ गया. आपको बता दें कि अभी यह अलग-अलग शहर के हिसाब से 51,500 रुपये से लेकर 61,800 रुपये प्रति टन तक के भाव में मिल रहा है l मार्च के महीने में यह एक लाख रुपए प्रति के पास पहुंच चूका था l अभी यह फिर से लाख का आंकड़ा छूने वाला हैं l