Last station of India : ये है भारत का पहला और आखिरी रेलवे स्टेशन, जहां अंग्रेजों के निशान आज भी देखे जा सकते हैं
Last station of India : भारत में करीब 8338 रेलवे स्टेशन हैं,जो पूरे देश में फैले हुए हैं l लेकिन कई ऐसे रेलवे स्टेशन भी है जो अपनी अनोखी कहानियों के बारे में जानी जाती है l जैसे कई रेलवे स्टेशन है जो दो राज्यों की सीमा में बंटे हुए हैं, कुछ इसलिए क्योंकी वहा सिर्फ महिलाएं ही ड्यूटी करती हैं , तो कुछ रेलवे स्टेशन भूतिया कहानियों के लिऐ जानी जाती है l लेकिन आज हम बात करेंगे ऐसे रेलवे स्टेशन की जो भारत कि सबसे अंतिम रेलवे स्टेशन हैं क्योंकि ये आज भी अंग्रेजों के जमाने की याद दिलाता है l इस स्टेशन का नाम सिंहाबाद हैं और इस स्टेशन की सबसे खास बात यह है कि ये आज भी वैसी हैं,जैसा अंग्रेज इसे छोड़कर गए थे।
Singhabad Railway Station बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ हैं और यह भारत का आखिरी रेलवे स्टेशन है l आपको बता दें कि पिछले कई सालों से यहां कोई यात्री ट्रेन नहीं रूकती है क्योंकि ये कोई बड़ा स्टेशन नहीं है l इस स्टेशन का इस्तेमाल सिर्फ मालगाडियों के ट्रांजिट के लिए किया जाता है। सिंहाबाद स्टेशन बहुत छोटा है और यहां कोई चहल पहल भी नहीं है l लेकिन ये स्टेशन बहुत पुराना ओर अंग्रेजो के जमाने का हैं l इस स्टेशन की सबसे खास बात यह है कि ये आज भी वैसा हैं,जैसा अंग्रेज इसे छोड़कर गए थे। यहां सब कुछ छोटी से लेकर बड़ी हर चीज जैसे टिकट से लेकर गियर,सिग्रल, संचार ,स्टेशन से जुड़े उपकरण और रेलवे बैरियर सब अंग्रेजों के जमाने के हैं । यहां पर रखा टेलिफोन भी बाबा आदम के जमाने का है l
बंटवारे के बाद से यह स्टेशन वीरान हैं
इस स्टेशन पर काम लंबे अर्से से बंद है l लेकिन ये स्टेशन आजादी के बाद से वीरान पड़ा था l लेकिन 1978 में फिर इस स्टेशन पर मालगाड़ियां चलना शुरू हो गई l ये मालगाड़ियां भारत से बांग्लादेश आती-जाती थीं। इसके बाद पुराने समझौते में संशोधन किया गया और नवंबर 2011 में नेपाल को भी इसमें शामिल कर लिया गया। अब इस स्टेशन से नेपाल जाने वाली ट्रेनें भी गुजरने लगी। आपको बता दें कि बांग्लादेश से नेपाल का बड़े पैमाने पर आयात निर्यात का कार्य इसी स्टेशन से होकर गुजरता है l
लोगों को हैं इस बात का इंतजार
यहां पर रह रहे लोगो को अब इस बात का इंतजार है कि जल्द अब यहां से भी यात्री ट्रेनें चलना शुरू हों l यहां के लोगो द्वारा भी समय समय पर मांग उठती रहती है l बता दें कि यहां सिर्फ मालगाडियां ही सिग्नल का इंतजार करती हैं l जिन्हें सिंहाबाद स्टेशन से होकर रोहनपुर के रास्ते बांग्लादेश जाना होता है l