दशहरा के दौरान अमृतसर रेलवे लाइन पर अचानक आई ट्रेन ने कैसे बिछा दी लाशें
देशभर के लोग जिस समय रावण दहन के जश्न में डूबे हुए थे, उसी दौरान अमृतसर हादसे में लोगों की मौत ने देश को सदमें में डाल दिया. ये हादसा उस वक्त हुआ जब पंजाब के अमृतसर में जोड़ा फाटक के पास रावण का दहन हो रहा था. रावण दहन के दौरान फाटक परिसर में काफी भीड़ थी. भीड़ ज्यादा होने की वजह से काफी संख्या में दर्शक रेलवे लाइन के करीब आ गए. वहीं, विपरीत दिशा से आ रही ट्रेन ने करीब 61 लोगों की जिंदगी को अपनी चपेट में ले लिया.
पुलिस ने बताया कि ये हादसा उस वक्त हुआ जब एक तेज रफ्तार ट्रेन जालंधर से अमृतसर की ओर आ रही थी. उस दौरान रेलवे ट्रैक के पास खड़े करीब 500 लोग रावण दहन का कार्यक्रम देख रहे थे. रावण में जैसे ही आग लगी वैसे ही तेज रफ्तार ट्रेन पटाखों के शोर के बीच लोगों की लाशें बिछा गई.
वहीं, इस मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीण ठुकराल ने बताया कि ये हादसा उस वक्त हुआ पटाखों का धमाका सुनकर लोंगों में भगदड़ मच गई. भगदड़ के दौरान कुछ लोग रेलवे लाइन के पास आ गए.जिसके बाद उसी ट्रैक पर आ रही ट्रेन ने लोगों को कुचल दिया. इसी के साथ ठुकराल ने ये भी बताया कि उस दौरान दो ट्रेनें विपरीत दिशा से आ रहीं थी. जिसके चलते लोगों को बचने का ज्यादा समय नहीं मिल पाया.जिस वजह से ये हादसा इतना भयानक हो गया. वहीं, इस मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री अरमिंदर सिंह ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख की राहत राशि की घोषणा की है.वहीं इस मामले में प्रशासन से जांच के आदेश भी दे दिए है.
वहीं, इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी पंजाब सरकार को नोटिस जारी की है. मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को लोगों द्वारा रेलवे लाइन में खड़े होने को गलत माना है लेकिन इसके साथ ही उसने वहां की प्रशासन की लापरवाही का भी आरोप लगाया है.