शिवरात्रि में शिव की कृपा पाने के लिए करिए ये काम, इस मुहूर्त में पूजा करेंगे तो मिलेगी अपार सफलता
नया साल शुरू हो गया है. इस साल की पहली शिवरात्रि 4 जनवरी को पड़ रही है. शिवरात्रि के दिन भक्त पूरी श्रद्धा भाव से शिव की पूजा करते हैं. शिवरात्रि को शिव और शक्ति के मिलन के तौर पर जाना जाता है.हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तारीख को शिवरात्रि पड़ती है.इसे मासिक शिवरात्रि के नाम से भी जाना जाता हैै. हिंदू कैलेंडर पंचांग के हिसाब से माघ महीने की मासिक शिवरात्रि को महा शिवरात्रि कहा जाता है. वहीं, पुर्णिमांत पंचाग में बताया गया है कि फाल्गुन महीने की मासिक शिवरात्रि भी महा शिवरात्रि है.
पौराणिक प्रचलित कथाओं में महाशिवरात्रि का वर्णन मिलता है. इन पौराणिक कथाओं में शिव रात्रि को शिवलिंग की उत्पत्ति से देखा गया है. इनके अनुसार महाशिवरात्रि की मध्य रात्रि के दौरान ही भगवान शिवलिंग यानि प्रतीक के रूप में प्रकट हुए थे.इन मान्यताओं में ये भी बताया गया है कि इस शिवलिंग की पूजा प्रभु विष्णु और सृष्टि के रचयिता ब्रह्माजी द्वारा की गई थी. इसलिए इसे देवादिदेव शिव के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है.शिवरात्रि का व्रत हजारों साल से लोग मना रहे हैं . इस दिन लोग भक्त शिवलिंग की पूजा करते हैं.
यही नहीं पुराणों में भी शिवरात्रि का उल्लेख मिलता है. शास्त्रानुसार देवी इन्द्राणी, सरस्वती, सीता, पार्वती समेत रति और गायत्री देवी ने भी इस शिवरात्रि का व्रत रखा था. जो शिवभक्त मासिक शिवरात्रि का व्रत रखने के इच्छुक हो वो इसे महाशिवरात्रि से शुरू तर एक साल तक रख सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को रखने से कोई काम रुकता नहीं है और असंभव कार्य भी बड़ी आसानी से किए जा सकते हैं.
शिव की पूजा ऐसे करें
शिवरात्रि के व्रत का महत्व सदियों से बना हुआ है. इसलिए इस दिन भगवान शिव की विधि विधान से पूजा की जानी चाहिए. देवादिदेव शिव की कृपा पाने के लिए सुबह उठकर स्नान कर शिवलिंग में जल चढ़ाना चाहिए. इसके बाद शिव का दूध, गुलाब जल, चंदन, दही, शहद, चीनी आदि चीजों से अभिषेक करना शुभ माना जाता है. इसके साथ ही शिव की सबसे पसंदीदा फल बेलपत्र को जरूर चढ़ाना चाहिए. अगर कोई शिव की पूजा पूरी विधि विधान से करता है तो शिव उसका घर खुशियों से भर देते हैं.
कब से कब तक रहेगी शिवरात्रि
शिवरात्रि की तिथि- 03 जनवरी 2019
वार- शुक्रवार
शिव पूजा का समय- 23:57 से 24: 53