Vishal Narwade ias : 5 बार असफलता हासिल करने के बाद पास की upsc परीक्षा, बनें IAS अधिकारी
Vishal Narwade ias : UPSC एक ऐसी प्रतियोगी परीक्षा है, जिसमें वही अभ्यर्थी सफलता हासिल करते हैं जो कड़ी मेहनत करने की क्षमता रखने के साथ साथ, बेहद धैर्यवान भी होते हैं। कई बार ऐसा होता है कि यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करने में अभ्यर्थियों को कई साल लग जाते हैं, ऐसे में यदि धैर्य की कमी होगी तो इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर पाना नामुमकिन है।
आज के इस पोस्ट में हम एक ऐसे आईएएस ऑफिसर की कहानी आप सबके सामने लेकर आए हैं, जिन्होंने 6 सालों की कड़ी मेहनत के बाद इस परीक्षा में सफलता हासिल की और अपने अधिकारी बनने का सपना पूरा किया। इस आईएएस ऑफिसर का नाम विशाल नारवाड़े है। आइए जानते हैं कैसे उन्होंने धैर्य और कड़ी मेहनत की बदौलत सफलता हासिल की.
कौन हैं (Vishal Narwade ias) आईएएस विशाल नारवाड़े
विशाल नारवाड़े लातूर महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। लातूर से ही इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद इन्होंने जबलपुर आईआईटी से इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन ब्रांच से बीटेक किया। इसके बाद इन्होंने सिविल सर्विस में जाने का फैसला किया। इनका सपना आईएएस ऑफिसर बनकर देश की सेवा करना था। इन्होंने सपना तो देख लिया लेकिन मंजिल आसान नहीं थी। इस मंजिल तक पहुंचने के लिए इन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी। एक नहीं, दो नहीं इन्हें लगातार पांच बार असफलता का सामना करना पड़ा। पांच बार की असफलता के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार प्रयत्नशील रहें। आखिरकार इनकी मेहनत रंग लाई और इन्होने यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की।
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साल 2019 में विशाल नरवडे ने 91वें रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की। विशाल नरवडे की सफलता उन लोगों के लिए बड़ी मिसाल है, जो पहली, दूसरी बार की असफलता से ही अपने कदम पीछे खींच लेते हैं। विशाल ने यह साबित कर लिया कि यदि, असफलता से निराश होने के बजाय दुगनी मेहनत के साथ दोबारा प्रयास किया जाए तो कभी न कभी सफलता जरूर हासिल होती है।
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को सुझाव
यूपीएससी की तैयारी के संदर्भ में विशाल का मानना है कि यूपीएससी का सिलेबस बहुत ही अधिक होता है ऐसे में यदि कोई अभ्यर्थी पूरा सिलेबस कवर करने के बारे में सोचता है तो मुश्किल बढ़ जाती है। इनका मानना है कि तैयारी शुरू करने से पहले यदि इस बात पर ध्यान दिया जाए कि किस विषय को कितना तवज्जो मिल रहा है और उसके हिसाब से स्ट्रेटजी बनाकर तैयारी की जाए तो सफलता हासिल करने में आसानी होती है। इनका मानना है, यूपीएससी की परीक्षा में जिन विषयों को अधिक अंक दिया जाता है उन विषयों को अधिक महत्व देने की आवश्यकता होती है।
इस परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए विशाल का सुझाव है कि अभ्यर्थियों को कभी भी दूसरों के साथ अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए। तैयारी हमेशा अपने हिसाब से करनी चाहिए। किसने कितना और कहां तक पढ़ लिया है इस बात पर ध्यान देने के बजाय, अपनी तैयारी के लिए स्ट्रेटजी बनानी चाहिए। इनका मानना है यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के लिए जितना हो सके उतना अधिक रिवीजन करना चाहिए।
इसके साथ ही इनकी सलाह है कि पढ़ाई के साथ-साथ अभ्यर्थियों को अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना चाहिए। परीक्षा हॉल में जाने से पहले जितना हो सके उतना अधिक रिलैक्स रहें। बेवजह के तनाव से दूर रहें और शांत मन से परीक्षा दे। सभी बातों को ध्यान में रखते हुए यदि शांत मन से तैयारी की जाए तो इस परीक्षा में सफलता अवश्य हासिल होती है।