विज्ञान में टॉपर रही महिला कर रही थी सफाईकर्मी का काम, मेहनत और लगन से बनी कीट वैज्ञानिक

विज्ञान में टॉपर रही महिला कर रही थी सफाईकर्मी का काम, मेहनत और लगन से बनी कीट वैज्ञानिक

लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। आज हम आपको जिस महिला की प्रेरणादायक कहानी बताने जा रहे हैं उनपर ये पंक्तियां फिट बैठती हैं. इस महिला का नाम रजनी है. उन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बीच खुद के भीतर काबिलियत हासिल कर सफलता का मुकाम हासिल किया.

उनकी कहानी उन पुरुषों और महिलाओं के लिए प्रेरणा बन सकती है जो छोटी मोटी असफलता और बुरी परिस्थियों के बीच घबराकर कदम पीछे रख देते हैं। उन्होंने कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर सफाईकर्मी का काम करते हुए कीट विज्ञानी बनकर सफलता हासिल की. आज उनकी कामयाबी के चर्चे पूरे देशभर में हो रहे हैं. आइए जानते हैं ए. रजनी ने कैसे सफलता हासिल कर कीट वैज्ञानिक का पद हासिल किया.

कौन हैं ए. रजनी

रजनी तेलांगना के वारंगल जिले की रहने वाली है। इनका संबंध एक बेहद ही साधारण परिवार से था। पिता एक किसान थे जो दूसरों के खेतों में मजदूरी किया करते थे। इनका पूरा बचपन आर्थिक तंगी के बीच गुजरा। रजनी बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छी थी। इसलिए इनके माता-पिता ने इनकी पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी।

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साल 2013 में इन्होंने ऑर्गेनिक केमिस्ट्री से मास्टर डिग्री हासिल की। इसके बाद इनका एडमिशन पीएचडी के लिए हो गया। लेकिन कहते हैं ना कि कभी-कभी किस्मत से ज्यादा नहीं मिलता है. रजनी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. रजनी जब पीएचडी कर रहीं थी उसी दौरान उनकी शादी हो गई। शादी के बाद वो हैदराबाद शिफ्ट हो गई।

शादी के बाद भी मुश्किलों से भरा रहा सफर

शादी के बाद भी रजनी का आर्थिक तंगी ने साथ नहीं छोड़ा. मास्टर्स की डिग्री रखने वाली रजनी को दिहाड़ी मजदूरी पर काम करना पड़ा। इस आर्थिक तंगी के दौर में उन्होंने सफाईकर्मी के तौर पर भी काम किया। लेकिन टैलेंट को छुपाया या दबाया नहीं जा सकता है। ऐसा ही कुछ रजनी के साथ भी हुआ। म्युनिसिपल एडमिनिस्ट्रेशन एंड अर्बन डेवलपमेंट (MAUD) मिनिस्टर के.टी रमाराव को रजनी के बारे में पता चला और उन्हें बहुत ताज्जुब हुआ कि ऑर्गेनिक केमिस्ट्री से मास्टर डिग्री हासिल करने वाली रजनी को स्वीपर की नौकरी करनी पड़ रही है।

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केटी रमा राव को रजनी की डिग्री की कद्र थी और उन्होंने रजनी को ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में असिस्टेंट कीटविज्ञानी के पद पर नौकरी दे दी। इस तरह से एक स्वीपर की नौकरी करने वाली दो बच्चों की मां रजनी को अपना करियर बनाने का मौका मिल गया। रजनी ने स्वीपर से असिस्टेंट कीट विज्ञानी बनने का सफर तय कर लिया है। रजनी की सफलता की कहानी कई ऐसे लोगों के लिए मिसाल है, जो अपनी परिस्थितियों के आगे घुटने टेक देते हैं। रजनी की कहानी बताती है कि यदि आपके पास काबिलियत है और दिल में कुछ कर दिखाने का जज्बा है तो कभी ना कभी परिस्थितियों को आपके सामने झुकना ही पड़ेगा, और सफलता की मंजिल आपको मिलकर ही रहेगी।

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