Pitbull Dog : पालतू कुत्ते ने अपनी ही मालकिन को नोच-नोच कर मार डाला, बेटा बोला-कुत्ते का नहीं है कोई दोष
कुत्तों को ज्यादातर लोग वफादार साथी मानते हैं. इसलिए लोग इन्हें घरों में रखते हैं. पालतू कुत्ते कितने खतरनाक हो सकते हैं. इसका उदाहण लखनऊ में देखने को मिला. जहा कैसरबाग के बंगाली टोला में एक 82 वर्षीय महिला सुशीला त्रिपाठी को उनके ही पालतू कुत्ते पिटबुल ने घर में नोच-नोचकर घायल कर दिया l फिर महिला को गंभीर अवस्था में महिला को उपचार के लिए बलरामपुर अस्पताल में दाखिल किया गया l
जिसके बाद डाक्टरों ने ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया l गंभीर हालात होने के कारण महिला की अस्पताल में मौत हो गई. बंगाली टोला में रहनी वाली ये महिला शिक्षा निकेतन से सेवानिवृत्त थीं l इसने अपने घर में पिटबुल और लैब्राडोर प्रजाति के दो कुत्तों को रखा हुआ था. जानकारी के मुताबिक महिला ही इन कुत्तों की देखभाल किया करती थी.
अपने बेटे के साथ रहती थी महिला
मृतका महिला सुशीला त्रिपाठी अपने 25 वर्षीय बेटे के साथ रहती थी l उसका बेटा जिम ट्रेनर है और उसके पास पिटबुल और एक लेब्राडोर प्रजाति के दो पालतू कुत्ते हैं l इस मामले में पड़ोसियों ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने कुत्ते के भौंकने और सावित्री के चिल्लाने की आवाज सुनी थी l
जब पड़ोसी दरवाजे पर पहुंची तो महिला खून से लथपथ पड़ी थीं और दरवाजा भी अंदर से बंद था l जिसके बाद तूरंत ही उन्होने ने उसके बेटे को सूचित किया l डाक्टरों के मुताबिक कुत्ते के हमले के बाद महिला के शरीर से खून बह चुका था. जिसकी वजह से महिला को बचा पाना मुश्किल हो गया और उनका निधन हो गया.
बेटे ने कहा कि कुत्ते का नहीं है दोषी
मीडिया में बयान देते हुए उस महिला के बेटे अमित ने कहा कि जब वह घर आया तो चारों ओर खून ही खून नजर आ रहा था l साथ ही वही पर उनका पालतू कुत्ता पिटबुल बैठा हुआ था l फिर उसने पिटबुल को जाल में डाल दिया l
हालांकि इस दौरान अमित ने यह भी कहा की इसमें कुत्ते का कोई दोष नहीं है और वह कोई कार्रवाई भी नहीं करवाना चाहते हैं l उन्होंने इसका तर्क दिया की अगर उनका डॉग दिमागी रूप से कमजोर होता तो वह उन पर भी हमला करता l लेकिन ऐसा नहीं हुआ l लेकिन उन्हें इस घटना का सदमा लगा है l