North Sentinel Island : दुनिया का इकलौता देश जहां कोरोना वायरस नहीं पहुंच पाया
North Sentinel Island : कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में जो तबाही मचाई है उसे दुनिया कभी भुला नहीं सकती है. ऐसा कोई देश नहीं है जो इस जानलेवा वायरस की चपेट में ना आया हो. पूरी दुनिया में तांडव मचाने वाले इस वायरस को लेकर अब एक और बहस छिड़ गई है. सोशल मीडिया में इन दिनों पूछा जा रहा है कि क्या कोई ऐसा देश है जहां कोरोना वायरस हावी ना हुआ हो. खैर एक रिसर्च ने ये साफ किया है कि जिस दौरान कोरोना ने पूरी दुनिया में अपना कहर बरपा रहा है उस दौरान भारतीय सीमा से सटे एक देश को कोरोना छू भी नहीं पाया. डेली स्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक हिंद महासागर के सेंटीनल आइलैंड में कोरोना वायरस नहीं पहुंच पाया है.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इस आइलैंड से अभी तक किसी भी शख्स के कोरोना संक्रमण की खबर नहीं आई है. कोरोना वायरस ने पूरी मानवता को हिलाकर रख दिया, दुनिया का कोई ऐसा देश नहीं था जहां इस वायरस ने अपना तांडव ना दिखाया हो। अब भले ही कोरोना वायरस के मामले कम हो चले हैं लेकिन अभी भी कई देशों में भरपूर सतर्कता बरती जा रही है। इसी बीच हाल ही में इस पर बहस छिड़ी की धरती का ऐसा कौन सा कोना है जहां कोरोना वायरस नहीं पहुंच पाया है।
बता दें कि सेंटीनल आइलैंड अंडमान द्वीप समूह का हिस्सा है. ये म्यांमार की सीमा से करीब 500 मील की दूरी पर स्थित है. इस आइलैंड की खास बात ये है कि इस जगह के बारे में बहुत ही कम लोगों को पता है. वहीं, ये जगह पूरी दुनिया से कटी हुई है. यहां के लोग बाहरी लोगों को अपने द्वीप में आने ही नहीं देते हैं. इस आइलैंड में सेंटीनल जनजाति के लोग रहते हैं. जैसे ही वो किसी बाहरी शख्स को देखते हैं वैसे ही वो तीर से हमला करना शुरु कर देते हैं.
इस इलाके में जैसे ही कोई घुसने की कोशिश करता है तो वे उसे अपना दुश्मन मानकर उसे मारने के लिए तैयार हो जाते हैं. इस आइलैंड पर इनकी जनसंख्या 400 के आसपास बताई जाती है. ऐसा कहा जाता है कि इस आइलैंड पर जनजाति का वास पिछले 60 हजार सालों से भी ज्यादा समय से है। जो भी इस दौरान जनजाति के करीब आया या आने की कोशिश की है वो कभी वापस नहीं लौटा है