Manish kumar upsc : पिता की मौत के बाद कोचिंग पढ़ाकर उठाई परिवार की जिम्मेदारी, मेहनत से कि पढ़ाई और पहले प्रयास में पास की upsc परीक्षा
मुश्किल हालात में भी जो अपने निश्चित मार्ग से नहीं हटते हैं. जीवन में वो शख्स ही सफलता पाता है. आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं. उनका नाम मनीष कुमार है. उन्होंने मुश्किल हालातों में कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर प्रयासरत रहते हुए इस परीक्षा में सफलता हासिल की है.
मनीष की कहानी के बारे में जानना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि बहुत छोटी सी उम्र में पिता की मौत के दुख का सामना करते हुए उन्होंने ना सिर्फ अपनी पढ़ाई जारी रखी बल्कि परिवार की जिम्मेदारियां भी संभाली. आइए जानते हैं मनीष ने परिवार की जिम्मेदारियों के बीच कैसे यूपीएससी जैसी देश की कठिन परीक्षा को पास कर अपने सपनों को भी पूरा किया.
कौन हैं (Manish kumar upsc) मनीष कुमार
बिहार के सहरसा के रहने वाले मनीष कुमार एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता का नाम मुसाफिर सिंह था. उनके पिता दवा की दुकान में सेल्समैन की नौकरी करते थे. साल 2010 में उनके पिता की मौत हो गई. जिस समय पिता की मौत हुई उस दौरान मनीष बेसिक शिक्षा की पढ़ाई पूरी कर रहे थे. उन्होंने बेसिक शिक्षा सहरसा से पूरी की. पढ़ाई के साथ साथ वो बच्चों को कोचिंग पढ़ाया करते थे. कोचिंग से जो पैसा उनको मिलता था उससे अपनी पढ़ाई का खर्च भी निकालते थे.
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उन्होंने न्यू कॉलोनी के माध्यमिक विद्यालय से 8वीं पास कर जिला स्कूल से हाईस्कूल की परीक्षा पास की। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में अवसत अंक हासिल करने के बाद उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद रामकुमार सिंह महाविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर ली. इसके बाद वो यूपीएससी की तैयारी में जुट गए
लॉकडाउन में पूरी की UPSC परीक्षा की तैयारी
मनीष बताते हैं कि उन्होंने कोचिंग के पैसों को जोड़कर 3 माह पहले ही बहन की शादी की है. वहीं उनका छोटा भाई बिहार सिविल सेवा की तैयारी कर रहा है. ऐसे में उन्होंने अपनी पढ़ाई को किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होने दिया. लॉकडाउन के दौरान उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की. इस दौरान उन्हें आर्थिक तंगी की वजह से सीमित संसाधनों के बीच यूपीएससी की तैयारी जारी रखी.
उन्होंने सबसे पहले अपनी बेसिक मजबूत किया और यूपीएससी का सिलेबस अच्छी तरह समझकर तैयारी शुरू की. वो कहते हैं कि बीच बीच में उन्होंने इंटरनेट का सहारा भी लिया वो कहते हैं कि अगर तैयारी सही ढ़ग से की जाए तो कम खर्च में भी सफलता हासिल की जा सकती है.
पहले प्रयास में हासिल की यूपीएससी परीक्षा में सफलता
कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत मनीष ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर ली. इस परीक्षा में उन्होंने 581वीं रैंक हासिल की है. यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाकर बहुत खुश हैं. वो कहते हैं कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी अभी भी जारी रहेगी।
उनका लक्ष्य IAS व IPS रैंक हासिल करना है। उनकी सफलता ऐसे युवाओं के लिए एक प्रेरणा के तौर पर है जो मुश्किल हालातों में अपने लक्ष्य को छोड़ देते हैं.