Education in uttar pradesh : यूपी में शिक्षा व्यवस्था दुरस्त करने की जुगत में लगी सरकार, शिक्षक बच्चों की पढ़ाई में नहीं कर सकेंगे लापरवाही
प्राथमिक स्कूल के बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने की शुरुआत हो चुकी है। बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए योगी सरकार निपुण भारत मिशन अभियान के जरिए बच्चों में कंपटीशन बनाकर उन्हें और निखारने की कोशिश कर रही है. राज्य सरकार इस प्लान के तहत DM और खंड शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में टीमों का गठन करेगी.
सिर्फ बच्चे नहीं शिक्षकों को भी किया जाएगा तैयार
जानकारी के लिए आपको बता दें कि निपुण भारत योजना के तहत क्लास एक से लेकर तीन तक के बच्चों को गणित और उनकी भाषा को अच्छा करना है। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इस मिशन में सिर्फ बच्चों को ही नहीं बल्कि शिक्षकों भी तैयार किया जाएगा। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अगर हम बात करें ज़िला स्तर की तो खंड शिक्षा अधिकारी की निगरानी में टीमों गठित किया जाएगा।
बच्चों के लिए ऑनलाइन वीडियो अपलोड
इस अभियान में तहत शिक्षक, अभिवावक और अधिकारी सभी इसका प्रचार-प्रसार करेंगे। इसके लिए पोस्टर, आपसी बातचीत और किताबों के माध्यम से क्लास रूम में लागू किया जाएगा। बच्चों को ऑनलाइन भी सिखाया जाएगा। दीक्षा पोर्टल पर 6500 से ज़्यादा वीडियो अपलोड किए गए हैं।
NCRT के माध्यम से लगभग हर स्कूल से 500 से ज़्यादा किताबे उपलब्ध कराई जाएगी। हर स्कूल में 22 हफ्ते की कार्यप्रणाली जा रही है। लंबे समय से सरकारी स्कूलों में शिक्षा का अभाव देखा जा रहा है, लेकिन योगी सरकार की ये नीति आने वाले समय सरकारी स्कूलों में शिक्षा में बदलाव के संकेत दे रही है।