boarding school in up : यूपी में गरीब बच्चों को मिलेगी अच्छी शिक्षा और रहने की व्यवस्था, जानिए क्या है राज्य सरकार का प्लान
boarding school in up : UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट अटल आवासीय विद्यालय आगरा के फतेहरपुर सीकरी के कौरई गांव में बन रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत श्रमिकों के बच्चों को बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाया जाएगा। इसकी कीमत लगभग 71.15 करोड़ रुपये के आपसपास होगी। राज्य सरकार की ये योजना यूपी के 18 मंडलों में लागू होगी. विद्यालय बनने के बाद इसमें 1 हज़ार छात्र-छात्राएं पढ़ सकेंगे। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल भी बनवाएं जाएंगे। अटल आवासीय विद्यालय में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को पढ़ाई करने का मौका दिया जाएगा।
गरीब बच्चों को मिलेगी बेहतर शिक्षा
आगरा मंडल के उप श्रमायुक्त दीप्तिमान भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्यालय निर्माण विभाग, आगरा कार्यदायी संस्था देख रहा है। निर्माण का 90 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। यहां उन सभी गरीब बच्चों को पढ़ने का मौका मिलेगा जिनकी आर्थिक स्थित ख़राब है और तमाम कारणों से उन्हें विद्यालय में दाखिला नहीं मिल पा रहा है। योगी सरकार श्रमिक श्रेणी के बच्चों को ये ख़ास सुविधा देने जा रही है। इस योजना के तहत गरीबों के बच्चे एक जगह पर शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे। योजना के तहत जिन श्रमिक परिवारों का श्रम विभाग में रजिस्ट्रेशन है उन लोगों लाभ मिलेगा।
इस विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ खेलों को भी बढ़ावा दिया जाएगा। छात्र अपनी पसंद से खेलों में भाग ले पाएंगे, यहां पर CBSE और ICSE पैर्टन पर शिक्षा दी जाएगी। इस विद्यालय को चलाने की पूरी ज़िम्मेदारी श्रम विभाग को दी जाएगी। यहां पर बच्चों को निशुल्क शिक्षा, रहने और खाने की भी सुविधा होगी। इसके साथ अच्छा और स्वच्छ पानी पीने को मिलेगा। खेलकूद और मनोरंज से जुड़ी सभी सुविधाएं दी जाएंगी। बच्चों की स्कूली ड्रेस और पढ़ाई के लिए भी सुविधाएं दी जाएंगी।
2023 में शुरू होगा रजिस्ट्रेशन
जानकारी के लिए आपको बता दें कि फतेहपुर सीकरी के कौरई गांव में बन रहे इस विद्यालय का निर्माण मई 2021 में शुरू हुआ था और इसका निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है। अक्टूबर महीने के अंत तक इसका निर्माण पूरा होने की उम्मीद है। इस विद्यालय में छह साल से लेकर 14 साल की उम्र तक के बच्चे प्राथमिक विद्यालय की शिक्षा ले सकेंगे। जूनियर हाईस्कूल और माध्यमिक शिक्षा के लिए भी गुणवत्तापरक शिक्षा दी जाएगी। छात्र-छात्राओं का चयन काउंसलिंग के आधार पर किया जाएगा। इस बात की पूरी उम्मीद है कि साल 2023 में छात्र-छात्राओं के प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।