Shani Amavasya 2019: शनिदेव के प्रकोप का आज पड़ सकता है बुरा असर, दुष्प्रभाव से बचने के लिए करें ये आसान उपाय
अमावस्या का दिन को आध्यात्म के तौर पर लोगों के जीवन पर प्रभाव डालने वाली तारीख माना जाती है. अमावस्या जिस दिन पड़ रही हो उस दिन स्नान, दान और पूजा-पाठ करने का अलग ही महत्व होता है.इस बार अमावस्या शनिवार को पड़ रही है.शनिवार को इस अमावस्या के पड़ने के कारण अगर इस दिन शनिदेव की पूजा की जाए तो इसका भरपूर लाभ मिलता है. पूजा करने से शनि महाराज प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के कष्टों को दूर करते हैं.
ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय विधाता के साथ-साथ सभी ग्रहों में सबसे अधिक गुस्से वाला भी माना गया है. इसलिए इनकी पूजा सही ढंग से की जानी चाहिए. अगर कोई शख्स रोजगार, दुख और गरीबी के जंजाल से जूझ रहा हो, तो शनिदेव की अमावस्या को विधि-विधान से पूजा करने सेे प्रभु उसके सारे कष्टों जल्दी से दूर कर देते हैं.
अब सवाल ये उठता हैै कि आखिर शनिदेव को खुश कैसे करना है? तो आपको बता दें कि शनिदेव को खुश करने के लिए आप शनिदेव का नाम या उनके प्रभावशाली मंत्रों का उच्चारण कर सकते हैं. शनिवार के दिन अमावस्या का मेल बड़ी मुश्किल से आता है.जाहिर है इस दिन किसी प्रकार से किया गया दान, मोक्ष की प्राप्ति कराकर खुशियों से शनि भक्तो का संसार भर देता है. इसके साथ ही अगर आप आज के दिन व्रत रख पाएं तो सोने में सुहागा होता है. आमवस्या के शनिवार के दिन व्रत रखने का अर्थ ये है कि आप शनिदेव से अपनी गलतियों की मांफी मांगकर उनका आशीर्वाद पाना चाहते हैंं.
अगर आप आज शनिदेव के लिए व्रत रखना चाहते हैं तो सबसे पहले सुबह स्नान करें. स्नान करने के बाद आपके घर के आस-पास के पीपल के पेड़ में सरसों के तेल का दीप जला दें. सरसों का तेल शनिदेव की पूजा के लिए शुभ माना गया है. सरसों के तेल का दीपक जलाने के बाद आप शनि चालीसा का पाठ करें.आप शनिदेव के मंत्रों का उच्चारण भी कर सकते हैं. शास्त्रों के अनुसार जिन शनि भक्तों पर शनिदेव की बुरी नजर होती है तो उन्हें किसी भी काली गाय को बूंदी के लड्डू खिलाने चाहिए.सच्चे मन से शनि महाराज की पूजा करने वालों के जीवन में खुशियां बनी रहती हैं.