कैंसर में लोग अपना सिर क्यों मुंडवा लेते हैं
कैंसर से पीड़ित बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री सोनाली बिंद्रे ने इंस्टाग्राम पर लोगों से अपनी एक तस्वीर साझा की थी. इस तस्वीर में उन्होंने अपने सर के बालों को साफ कर रखा था.सोनाली बिंद्रे ने ये तस्वीर न्यूयार्क के अस्पताल में चल रहे इलाज के दौरान ली थी.इंस्टाग्राम में शेयर की गई इस तस्वीर में उनके सिर में एक भी बाल नहीं है.
तो क्या कैंसर से बाल झड़ने या कम होने लगते हैं ? तो इसका जवाब है कि नहीं. कैंसर से बालों के झड़ने या कम होने से कोई लेना देना नहीं होता है.दरअसल कैंसर पीड़ित के बाल कैंसर के इलाज के दौरान कम होने लगने है.बता दें कि कैंसर के इलाज के दौरान मरीज को कीमोथेरिपी दी जाती है.ये एक दिन में एक बार से लेकर एक महीने में दी जाती है.इस थेरिपी का असर शरीर में इतना जबरदस्त होता है कि ये कैंसर की कोशिकाओं को खत्म कर देती है साथ ही शरीर की जो अच्छी कोशिकाएं होती हैं उनको भी नष्ट कर देती है.
जिसके चलते शरीर के सबसे हल्के तंत्र में इसका असर तुरंत देखने को मिलने लगता है.इसका असर सिर्फ सिर के बालों पर ही नहीं होता है बल्कि हमारे शरीर के प्रत्येक हिस्से के बाल इसकी वजह से गिरने लगते है.इस वजह से डॉक्टर इस इलाज के पहले मरीज के शरीर से बालों को हटा देते हैं.
भारत में ह्रदय रोग के बाद कैंसर दूसरी सबसे बड़ी बीमारी के रूप में सामने उभर के आई है.2016 में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में करीब 39 लाख लोग कैंसर जैसी घातक बीमारी की चपेट में हैं.इसमें सबसे ज्यादा महिलाएं हैं.वहीं देश में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट और मुंह के कैंसर दर्ज किए गए हैं. विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि प्रगतिशील देशों में महिलाओं की काफी उम्र के बाद शादी की जाती है,जिससे उनके अंदर ब्रेस्ट कैंसर की समस्या उत्पन्न होने लगती हैं.
वहीं पुरूषों की गुटखा, खैनी, तंबाकू आदि के सेवन से कैंसर हो जाता है.वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट ये भी बताती है कि भारत में इस साल 11 लाख 60 हजार कैंसर के नए मरीज सामने आ सकते हैं, जिसमें से करीब 50 फीसद महिलाएं इस समस्या की शिकार हो सकती है.हालांकि नशीले पदार्थों का सेवन ना करने, सही खान-पान और हमेशा बॉडी के चेकअप से इससे बचा जा सकता है