Ganesh Kumar Baskar IFS : मां का सपना था कि बेटा बने बड़ा अधिकारी, UPSC परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल कर बना IFS अधिकारी
Ganesh Kumar Baskar IFS : अगर आपके इरादे नेक और हौसला मजबूत है तो आपके लिए कुछ भी करना मुश्किल नहीं है। यह बात UPSC की परीक्षा पर भी लागू होती है। भले ही ये परीक्षा बेहद कठिन है लेकिन सही रणनीति और जज्बे के साथ आगे बढ़ा जाए तो इस परीक्षा में आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। ऐसे ही एक सफल अभ्यर्थी की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं।
इस आईएएस अधिकारी का नाम गणेश कुमार बस्कर है . गणेश की कहानी उन लोगों के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है, जिन्हें लगता है कि वो दूसरा काम या नौकरी करते हुए IAS बनने के सपने को साकार नहीं कर सकते हैं. आइए जानते हैं गणेश कुमार ने कैसे देश की सबसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल की और आईएएस अधिकारी बनने के सपने को पूरा किया
कौन हैं (Ganesh Kumar Baskar IFS) गणेश कुमार बस्कर
गणेश कुमार बस्कर तमिलनाडु के रहने वाले हैं। गणेश हमेशा से ही मेधावी छात्र रहे हैं। शुरुआती पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने IIT कानपुर से B.Tech की डिग्री हासिल की है। जिसके बाद गणेश ने IIM अहमदाबाद से MBA की डिग्री ली है। अपना मास्टर्स कंप्लीट करने के बाद गणेश एक अच्छी कंपनी में नौकरी करने लगे। जॉब करने के दौरान ही उनके मन में सिविल सेवा की तरफ झुकाव इतना बढ़ गया कि उन्होंने नौकरी के साथ-साथ UPSC की तैयारी भी शुरू कर दी।
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नौकरी के साथ की UPSC की तैयारी, दूसरे प्रयास में पूरा हुआ सपना, बन गए टॉपर pic.twitter.com/32nccRA7aM
— Independent News (@inewshindi) March 31, 2022
गणेश बताते हैं कि जॉब की वजह से वो तैयारी में ज्यादा वक्त नहीं दे पाते थे। हालांकि काम-काज से अलग वो हर दिन 3 से 4 घंटे पढ़ाई के लिए निकाल लेते थे। इसके अलावा वीकेंड्स का वो भरपूर फायदा उठाते थे। छुट्टी के दिन वो 10 से 12 घंटे तक पढ़ाई किया करते थे। ऐसे में एक तरफ नौकरी चल रही थी, तो दूसरी तरफ UPSC की प्रिपरेशन भी आगे बढ़ रही थी।
पहली असफलता ने किया निराश
गणेश ने जब UPSC का अपना पहला अटेम्प्ट दिया तो प्री का एग्जाम वो नहीं निकाल पाए। पहले प्रयास में मिली असफलता की वजह से उन्हें निराशा ने घेर लिया। गणेश की माने तो परीक्षा में पास नहीं होने के कारण वो इतने परेशान हो गए कि लगभग 3 महीने तक अपनी पढ़ाई पर दोबारा फोकस नहीं कर पाए। हालांकि उन्होंने दोबारा हिम्मत जुटाई और एक बार फिर अपने सपने को पूरा करने के लिए वो तैयारी में जुड़ गए। इस बार उन्होंने पहले की गलतियों से सीख लेते हुए और भी ज्यादा कड़ी मेहनत की।
वैसे तो गणेश ने UPSC की तैयारी नौकरी के साथ-साथ की, लेकिन परीक्षा से कुछ महीने पहले उन्होंने जॉब छोड़ दी थी। जिसके बाद उन्होंने अपना पूरा ध्यान परीक्षा की तैयारी पर लगाया, जिसका फल उन्हें आगे चलकर मिला।
दूसरे प्रयास में मिली यूपीएससी परीक्षा में सफलता
लगातार कोशिश करते रहने वाले गणेश को आखिरकार 2019 में सफलता हासिल हो ही हुई। अपने दूसरे प्रयास में गणेश ने ना सिर्फ UPSC की परीक्षा पास की, बल्कि ऑल इंडिया 7वीं रैंक हासिल कर टॉप भी किया।
Attended the Valedictory Function of the IFS Officer Trainees of 2020 batch & Bhutanese diplomats. Wishing them all the best as they step out into the world. pic.twitter.com/FxuDJTNctZ
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 8, 2021
अपनी सफलता पर बात करते हुए गणेश कहते हैं कि अगर सिलेक्टिव स्टडी मटेरियल रखा जाए और पढ़ाई के लिए टाइम मैनेजमेंट कर लिया जाए तो कोई भी इंसान नौकरी के साथ-साथ UPSC समेत किसी भी एग्जाम की तैयारी बड़ी ही आसानी से कर सकता है। गणेश की सफलता भी आजकल के युवाओं के लिए एक नजीर है.