आखिर गूगल सर्च रिजल्ट काम कैसे करता है
11 दिसंबर को गूगल के सीईओ सुंदर पिचई अमरीका की संसदीय समिति की पेशी में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने संसद समिति के लोगों द्वारा कई अहम सवालों के जवाब दिए. दरअसल, गूगल पर दक्षिणपंथी नेताओँ से खिलाफ पक्षपात का आरोप लगा था. जिसके चलते सुंदर पिचई से कई सवाल पूछे गए.इन सवालों में एक अहम सवाल सवाल ये भी पूछा गया कि, क्या कोई शख्स गूगल सर्च की कार्यप्रणाली को प्रभावित करता है. ?
इस सवाल के जवाब ने पिचई ने कहा कि इंटरनेट पर सर्च रिजल्ट दिखाने का काम कंप्यूटर करता है.जिसे किसी भी शख्स द्वारा ना तो चलाया जाता है, और ना ही उसे प्रभावित किया जाता है.हम सभी अपने जीवन में कही ना कही इंटरनेट के जरिए गूगल सर्च का उपयोग करते है.लेकिन क्या आप जानते हैं कि गूगल कैसे आपको ये सर्च रिजल्ट आसानी से दिखा देता है. अमरीका की जिस संसद की हम बात कर रहे थे, उस संसद में पिचई ने बताया की आखिर गूगल किस तरह से काम करता है.
उन्होंने बताया कि कंपनी का सर्च इंजन अपने आप चलता है, इसे कोई मैन्युअल आपरेट नहीं करता है.गूगल अपने क्रॉलरों की मदद से रिजल्ट दिखाता है. क्रॉलर कीवर्ड के माध्यम से वेब स्कैन करता है. सर्च रिजल्ट में क्रॉलर बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं.क्रॉलर एक तरह से रोबोट की तरह होते हैं जो कि इंटरनेट पर मौजूद सभी वेबसाइट की जानकारी गूगल सर्वर को देते रहते हैं. जब हम इंटरनेट पर कोई भी चीज सर्च करते हैं तो वो अरबों वेब पेजों को स्कैन कर हमारे सर्च के शब्दों के आधार पर चीजों को पेज, इमेज और मैप या अन्य रिजल्ट के आधार पर दिखाने लगते हैं.
गूगल सर्च आम तौर पर लोकप्रियता, प्रासंगिकता और प्रामाणिकता जैसे तीन मुख्य पैमानों पर काम करके हमें सर्च रिजल्ट दिखाता है. पेज की रैंकिंग के लिए गूगल एक एल्गोरिदम का उपयोग करता है, जो लोकप्रियता, प्रासंगिकता और प्रामाणिकता जैसे पैमानों के आधार पर ऊंची रैंक और नीची रैंक तय करता है.