Yash jaluka ias : छोटे गांव से निकलकर की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी, पहले प्रयास में बनें IAS अधिकारी
Yash jaluka ias : ‘जब सपनों में जान होती है तो बिना पंख के उड़ान होती है।’ ये पंक्तियां उन लोगों के ऊपर बिल्कुल फिट बैठती हैं जो हर मुश्किलों को पार कर सफलता का इतिहास करते हैं। आज के इस पोस्ट में हम यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर IAS अधिकारी बनने वाले यश जालुका की सफलता की कहानी आपके सामने लेकर आए हैं।
उन्होंने एक छोटे गांव से पढ़ाई करते हुए अपने आईएएस अधिकारी बनने के सपनों को पूरा किया. गांव में बुनियादी सुविधाओं के बावजूद भी उन्होंने यूपीएससी की तैयारी का विचार किया और यूपीएससी परीक्षा में टॉप रैंक हासिल कर ना सिर्फ अपने परिवार का नाम रोशन किया बल्कि गांव के युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत भी बन गए. आइए जानते हैं उन्होंने कैसे यूपीएससी परीक्षा का सफर तय कर सफलता हासिल की.
कौन हैं (Yash jaluka ias) आईएएस यश जालुका
यश जालुका का जन्म झारखंड राज्य के धनबाद जिले के एक छोटे से गांव झरिया में हुआ था। इन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई धनबाद से ही पूरी की। इसके बाद वो आगे की पढ़ाई करने के लिए दिल्ली चले गए। दिल्ली यूनिवर्सिटी से इन्होंने कॉमर्स में ग्रेजुएशन तथा पोस्ट-ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान ही इनके मन में सिविल सर्विसेज के माध्यम से देश सेवा करने की रुचि जागृत हुई। फिर क्या था पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करते ही यह यूपीएससी की तैयारी में जुट गए।
यूपीएससी की तैयारी करने के लिए यश जालुका ने किसी भी कोचिंग संस्थान की मदद नहीं ली बल्कि सेल्फ स्टडी के माध्यम से यह तैयारी में लग गए। कड़ी मेहनत और लगन के दम पर यश ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली।
4वीं रैंक हासिल कर बनीं IAS अधिकारी
यश ने साल 2020 में ऑल इंडिया 4वीं रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की। पहले ही प्रयास में टॉपर की लिस्ट में अपना नाम शामिल कर यश ने यह साबित कर दिया कि अगर मन में सच्ची लगन हो और कड़ी मेहनत के साथ प्रयास किया जाए तो सफलता की मंजिल तक पहुंचने से कोई रोक नहीं सकता।
यूपीएससी की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए यश की सलाह है कि यूपीएससी की परीक्षा में ऑप्शनल विषय का चयन बहुत सोच समझ कर करना चाहिए। कॉमर्स विषय से ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले यश ने इसी विषय को अपना ऑप्शनल विषय बनाया। बेहतरीन शेड्यूल के साथ इंटरनेट की मदद से सेल्फ स्टडी के माध्यम से पहले ही प्रयास में इन्होंने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता का परचम लहराया। अपनी सफलता के माध्यम से उन्होंने यह साबित कर दिया कि यदि किसी मंजिल तक पहुंचने के लिए सच्ची लगन के साथ परिश्रम की जाए तो मंजिल तक पहुंचना तय है।