Ravi Anand ias : पिता ने सिंचाई विभाग में काम कर बेटे को पढ़ाया, IAS अधिकारी बनकर किया नाम रोशन
Ravi Anand ias : अगर आप किसी काम में सफलता पाना चाहते हैं तो उस काम के बारे में अच्छी तरह से तैयारी बना लेनी चाहिए. इससे वो काम करना काफी आसान हो जाता है. आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उन्होंने इसी मूल मंत्र को अपनाकर पहले तो आईआईटी जैसे संस्थान से पढ़ाई पूरी की. फिर यूपीएससी की परीक्षा में अच्छी खासी रैंक लाकर अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया.
हालांकि इन दोनों परीक्षाओं में उन्होंनें तैयारी करने से पहले ही रणनीति तैयार कर ली थी. इस आईएएस अधिकारी का नाम रवि आनंद है. सोच समझकर लिए गए फैसले से उनको किसी भी परीक्षा में ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ा. आइए जानते हैं रवि आनंद ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता कैसे हासिल कर ली.
कौन हैं (Ravi Anand ias) आईएएस रवि आनंद
झारखंड के दुमका के रहने वाले रवि आनंद एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता का नाम दीपक शर्मा है जोकि सिंचाई विभाग में सहायक इंजीनियर के पद पर नौकरी करते थे. वहीं रवि की मां का नाम इंदू शर्मा है जो परिवार की जिम्मेदारियां संभालती हैं. रवि की शुरुआती पढ़ाई दुमका में ही हुई. इसके बाद उन्होंने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई राजस्थान कोटा से पूरी की. यहां पर उन्होंने आईआईटी की प्रवेश परीक्षा की तैयारी भी की.
12वीं में अच्छे अंक हासिल करने के बाद उनका आईआईटी में सिलेक्शन हो गया. रवि ने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद उनकी रिलायंस कंपनी में अच्छी खासी सैलरी के साथ नौकरी लग गई. हालांकि रवि प्राइवेट नौकरी से खुश नहीं थे. वो कुछ समाज के लिए करना चाहते थे. इसलिए उन्होंने सिविल सेवा में अपना करियर बनाने का विचार किया. रिलायंस कंपनी में नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी.
2 प्रयासों में नहीं मिल सकी यूपीएससी परीक्षा में सफलता
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए रवि अपने बड़े भाई के साथ दिल्ली आ गए. यहां उन्होंने एक कोचिंग संस्थान ज्वाइन किया और तैयारी में जु़ट गए. बचपन से ही पढ़ाई में अच्छा होने कारण उन्हें ये अच्छी तरह से पता था कि अलग अलग परीक्षाओं में सफलता कैसे हासिल की जाती है. इसलिए जब उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का विचार किया तो उसकी तैयारी की रणनीति पहले ही बना ली थी. वो कहते हैं उन्होंने यूपीएससी के सिलेबस को अच्छी तरह समझने के बाद ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना शुरू किया.
एक साक्षात्कार में रवि ने बताया है कि जो अभ्यर्थी यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं तो उन्हें ग्रेजुएशन के आखिरी साल ही सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर देना चाहिए. रोजाना अखबार पढ़कर खुद को अपडेट रखना चाहिए. इसके अलावा बेसिल क्लियर करने के लिए एनसीआरटी की किताबों को अच्छी तरह से पढ़ लेना चाहिए. वहीं, इंटरनेट पर मौजूद स्टडी मैटेरियल से भी आप काफी मदद ले सकते हैं. ऑप्शनल सब्जेक्ट के लिए वो विषय चुने जिसमें आपकी ज्यादा रुचि हो. इसके अलावा परीक्षा की तैयारी के दौरान धर्य रखना भी बहुत जरूरी होता है.
तीसरे प्रयास में मिली यूपीएससी परीक्षा में सफलता
कड़ी मेहनत और लगन के पक्के रवि को यूपीएससी परीक्षा के तीसरे प्रयास में सफलता हासिल हुई. पहले प्रयास में उन्होंने वो प्री भी क्लियर नहीं कर पाए. वहीं दूसरे प्रयास में भी उन्हें सफलता नहीं मिल सकी. साल 2017 में उनको यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल हो गई. उन्होंने 79वीं रैंक हासिल कर अपने आईएएस अधिकारी बनने के सपने को पूरा किया. उनकी इस सफलता से उनके परिवार समेत दुमका के लोग काफी खुशी महसूस कर रहे हैं. रवि बताते हैं यूपीएससी परीक्षा से पहले अगर रणनीति अच्छी बनाकर तैयारी की जाए तो सफलता जरूर मिल जाती है.