Pratishtha Mamgain IAS : परिवार का सपना पूरा करने के लिए बेटी ने छोटी सी उम्र में शुरू कर दी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी, पहले प्रयास में बनी IAS अधिकारी
Pratishtha Mamgain IAS : UPSC क्षेत्र ही ऐसा है, जिसमें बहुत काफी लोग जाना चाहते हैं और उसके लिए जी-जान लगाकर मेहनत करते हैं. इस परीक्षा की तैयारी के लिए इतना समय लग जाता है कि कुछ अभ्यर्थी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान ही इस परीक्षा की तैयारी करना शुरू कर देते हैं. हालांकि कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी होते हैं जो इंटरमीडिएट के बाद से ही इस सफर में लग जाते हैं. आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उन्होंने 9वीं क्लास से ही इस परीक्षा की तैयारी करना शुरु कर दिया. इस आईएएस अधिकारी का नाम प्रतिष्ठा ममगाईं है.
इतनी छोटी उम्र में अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करना ही कोई आम बात नहीं है. जाहिर है छोटी उम्र से ही यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का सीधा फायदा प्रतिष्ठा को मिला. देश की सबसे कठिन परीक्षा को उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में पास कर लिया. प्रतिष्ठा ने ना सिर्फ कम उम्र में इस परीक्षा में सफलता हासिल की है बल्कि अच्छी खासी रैंक भी मिली है. आज वो ऐसे युवाओं के लिए नजीर हैं जो बचपन से सपनों के पीछे प्रयासरत रहते हैं. आइए जानते हैं कैसे प्रतिष्ठा ने ये परीक्षा पास की.
कौन हैं (Pratishtha Mamgain IAS ) आईएएस प्रतिष्ठा ममगाईं
प्रतिष्ठा ममगाईं मूलरूप से उत्तराखंड के पौड़ी जिले की रहने वाली हैं. हालांकि बाद में परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया. एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली प्रतिष्ठा की पढ़ाई दिल्ली से ही हुई. वो बचपन से ही IAS अधिकारी बनना चाहती थीं. यही वजह थी कि 9वीं क्लास के बाद उन्होंने अपने सिलेबस के साथ यूपीएससी परीक्षा के सिलेबस को जोड़कर पढ़ने लगी. उनके इस कदम से उन्हें आगे चलकर बहुत मदद मिली.
बचपन से ही अपने निर्धारित लक्ष्य पर काम करने वाली प्रतिष्ठा ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई में भी अच्छे अंक हासिल किए. बेसिक शिक्षा पूरी करने के बाद प्रतिष्ठा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुेएशन की पढ़ाई पूरी की. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी पूरी तरह से शुरू कर दी थी.
पहले ही प्रयास में मिली सफलता
प्रतिष्ठा अपनी सफलता को लेकर कहती हैं कि UPSC की तैयारी में जो सबसे विशेष फैक्टर है वो है सिलेबस के साथ फैमिलियर होना. वो कहती हैं कि वो स्कूल की पढ़ाई के दौरान ही सिलेबस को पूरी तरह समझ चुकी थी। उन्होंने बेसिक NCERT की पढ़ाई बहुत पहले से ही अच्छी तरह शुरू कर दी थी. बेसिक क्लियर होने का फायदा उन्हें यूपीएससी परीक्षा में मिला.
आगे वो बताती हैं कि पिछले सालों के प्रश्नपत्रों को अच्छी तरह से पढ़ना और यूपीएससी परीक्षा के पैटर्न को समझना बहुत जरूरी होता है.वहीं, आप किसी भी क्लास की पढ़ाई कर रहे हों, उसी समय से अखबार पढ़ना और आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करना शुरू कर देना चाहिए जिससे बहुत मदद मिल जाती है. वो कहती हैं शुरुआत में तो लगता है बहुत मुश्किल परीक्षा है लेकिन जैसे जैसे आपके टॉपिक्स क्लियर होते जाएंगे वैसे ही आपको आसान लगने लगेगा.
- Transforming Education: Exploring Innovative Teaching Methods in Modern Learning Environments
- Bridging Borders: The Vital Role of Global Health Education in Medical Training
- Upholding Integrity: The Crucial Role of Ethics and Professionalism in Medical Education
- Nurturing Compassionate Care: The Importance of Mental Health Education for Medical Students
50वीं रैंक हासिल कर बनी IAS अधिकारी
प्रतिष्ठा को बहुत पहले ही UPSC परीक्षा के पैटर्न के बारे में पता चल गया था. जिसपर उन्होंने पूरी लगन और मेहनत के साथ लगातार पढ़ाई की. इसका असर उनकी परीक्षा में भी देखने को मिला. साल 2017 में पूरे भारत में 50वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनकर अपने बचपन का सपना पूरा किया। प्रतिष्ठा फिलहाल छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार डिस्ट्रिक्ट में SDM के तौर पर सेवाएं दे रही हैं। उनकी इस सफलता से उनका परिवार बहुत खुश है.
उनका मानना है कि इस परीक्षा की तैयारी के लिए एक पक्की रणनीति आपके पास होनी चाहिए जो आपके लिए एक मार्ग के रूप में काम करे और साथ ही साथ आपके अपनी खूबियां और अपनी कमियों का भी ज्ञान होना चाहिए ताकि उनपर आप काम कर सकें और परीक्षा की बारीकियों को समझ कर उसे उतना मुश्किल न होने दें जितनी वो लगती है, ऐसा करने से सफलता को पाना आसान हो सकता है।