International nurses day 2020 : क्यों मनाया जाता है Nurse Day, जानिए कैसे हुई इस दिन को मनाने की शुरुआत
International nurses day 2020 : देश में इस समय कोरोना महामारी का प्रकोप है। इसी वजह से देश में तीसरी बार लॉक डाउन किया गया है। इस दौरान किसी को भी घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। सभी को सामुदायिक दूरी की सलाह दी जा रही है.
वहीं मेडिकल स्टाफ है जो न केवल दिन-रात मरीजों की सेवा कर रहा है बल्कि सेवा करते हुए खुद भी संक्रमित हो रहा है। कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से जहां लोगों के मन में डर है तो वहीं बिना किसी डर के देश-विदेश में नर्सिंग स्टाफ बिना खाए, बिना सोए अपनी जान की बाजी लगाकर मरीजों का इलाज कर रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई वीडियो इस बात का सबूत है कि किस तरह लगातार मास्क लगाए, मेहनत कर नर्सिंग स्टाफ परेशानी झेलकर अपने कर्तव्य को पूरा कर रहे हैं।
12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस (International nurses day 2020) है। दुनियाभर में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ के सम्मान के तौर पर इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है. लोगों के लिए काम करने वाली इन योद्धाओं का सम्मान इस बार भी पूरी दुनिया कर रही है. तो आइए जानते हैं आखिर अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस (International nurses day 2020) क्यों मनाया जाता हैं और इस दिन की शुरूआत कहां से हुई.
international nurses day : अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की शुरुआत
1953 में अमेरिका के स्वास्थ्य, शिक्षा और कल्याण विभाग के एक अधिकारी डोरोथी सुदरलैंड ने पहली बार नर्स डे मनाने का प्रस्ताव पेश किया था। ये प्रस्ताव अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ड्वाइट डेविड आइज़नहावर (Dwight D. Eisenhower) ने पास कर दिया और 1965 में पहली बार नर्स डे मनाया गया।
इसके बाद जनवरी, 1974 में 12 मई को अंतरराष्ट्रीय दिवस घोषित कर दिया गया। 12 मई इसलिए चुना गया क्योंकि 12 मई को ही नर्सिंग प्रोफेशन की शुरुआत करने वाली फ्लोरेंस नाइटिंगेल (Florence Nightingale) का जन्म हुआ था। फ्लोरेंस नाइटिंगल के जन्मदिन को ही अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस (International Nurses Day) मनाने का निर्णय लिया गया।
इसलिए इस दिन हर साल अंतरराष्ट्रीय नर्स परिषद अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस किट तैयार करता है औऱ उसे बांटता है। इस किट में शिक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ी अहम जानकारियां शामिल होती है.
Happy Nurses Day : क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस
नर्सिंग डे क्यों मनाया जाता है ये तो आपने जान लिया लेकिन हर एक दिन को मनाने के पीछे एक वजह होती है। इसके पीछे भी एक वजह हैं। चलिए अब बताते हैं इस दिन को मनाने की वजह…
नर्स डे मेडिकल सर्विस में उनके योगदान को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। मरीजों के स्वस्थ्य और उनके कल्याण के लिए शिक्षित औऱ प्रशिक्षित करने के लिए, नर्सों से जुड़े मामलों, उनसे जुड़ी समस्याओं जैसे मुद्दे उठाने के लिए,उनकी परेशानियों पर चर्चा करने के लिए, नर्सिंग स्टाफ की मेहनत और उनकी सेवाओं की सराहना और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए नर्स डे मनाया जाता है।
International nurses day theme 2020 : अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस थीम 2020
फ्लोरेंस नाइटिंगल के जन्मदिन पर अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय नर्स परिषद द्वारा इस दिन का आयोजन किया जाता है। इसके लिए हर साल अलग अलग थीम रखी जाती है।
Theme for International Nurses Day 2017-2020
- 2017 – सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करना. (Achieving The Sutainable Development Goals)
- 2018 – स्वास्थ्य मानव का अधिकार है. (Health is a Human Right)
- 2019 – स्वास्थ्य सभी लोगों के लिए (Health for all)
- 2020 – पूरी दुनिया के लिए स्वास्थ्य (The world to health)
नर्स का मतलब ही मरीजों की सेवा करना और उन्हें स्वस्थ्य करना है। उनके कार्य को देखते हुए ही ये थीम रखी गई। हालांकि इस बार तो नर्स डे काफी खास है। इस बार नर्सिंग स्टाफ कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है।
Importance of international nurses day : नर्स डे का महत्व
हालात कोई भी हो। मेडिकल स्टाफ हमेशा योद्धा के रूप में खड़ा रहता है। इसलिए इन्हें भगवान का दर्जा दिया गया है। नर्सिंग स्टाफ को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए शारीरिक, मानसिक और सामाजिक तीनों तरह का अनुभव होना चाहिए। नर्स को मरीज की पूरी देखभाल करनी पड़ती है. नर्सिंग स्टाफ ना सिर्फ मरीजों को स्वास्थ्य करने में सहयोग करती हैं बल्कि कई बार उन्हें मानसिक तौर पर मजबूती भी देने में सहायक होती हैं । नर्सिंग स्टाफ को इन सभी तौर तरीकों में पारंगत होना चाहिए।
राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्कार की शुरुआत
नर्स स्टाफ के कार्यों की सरहना के लिए भारत सरकार ने फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड की शुरुआत की। नर्स डे के दिन ये पुरस्कार दिया जाता है। जिसे राष्ट्रपति देते हैं। इसके साथ 50 हजार नकद धनराशि और एक मेडल और प्रशस्ति भी दिया जाता है। कोरोना के दौरान भारत में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ को इस बार भी राष्ट्रपति ये सम्मान देंगे.
इस राज्य में हैं सबसे ज्यादा नर्स
केरल शिक्षा के क्षेत्र में काफी आगे है. लेकिन ये बात बहुत ही कम लोग जानते होंगे की इस राज्य में ही सबसे ज्यादा नर्स व्यवसाय से जुड़े लोग भी हैं. अस्पताल सरकारी हो या प्राइवेट लगभग हर अस्पताल में केरल का आपको स्टाफ जरूर मिल जाएगा. केरल के लोग इस प्रोफेशन को सबसे ज्यादा अच्छा मानते हैं। क्योंकि वो मरीजों की देखभाल को ही अपना कर्तव्य मानते हैं।
देश में नर्स स्टाफ के हालात ठीक नहीं
नर्सों का काम सबसे ज्यादा कठिन होता है क्योंकि उन्हें 24 घटों मरीजों की सेवा करनी पड़ती है। इसके बाववूद उन्हें नौकरी के लिए भी भटकना पड़ता हैं. कई बार तो उनसे दोगुना मेहनत करनी पड़ती है। अंतराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक एक बेड के मरीज पर एक स्टाफ नर्स की ड्यूटी होनी चाहिए. लेकिन देश में नर्स की कमी के चलते नर्स को अपनी ड्यूटी के दौरान कई मरीजों को देखना पड़ता है।