IAS Renu Raj : ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद कर पाएं इसलिए छोड़ी डॉक्टरी, यूपीएससी परीक्षा में दूसरी रैंक पाकर बनीं आईएएस अधिकारी

IAS Renu Raj : ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद कर पाएं इसलिए छोड़ी डॉक्टरी, यूपीएससी परीक्षा में दूसरी रैंक पाकर बनीं आईएएस अधिकारी

IAS Renu Raj : नेक इरादे के साथ किए गए किसी भी काम में सफलता जरूर हासिल होती है. यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले कैंडिडेट्स कि इस श्रंखला में आज हम बात करेंगे एक ऐसी आईएएस अधिकारी के बारे में जिन्होंने अपनी अच्छी खासी डाक्टरी की नौकरी छोड़कर सिविल से जुडकर लोगों की सेवा कर रही हैं. इस आईएएस अधिकारी का नाम रेनू राज है. इन्होंने गरीबों की सेवा करने के लिए डॉक्टर जैसे अच्छे खासे करियर को छोड़कर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुट गई.

कमाल कि बात ये भी है कि इन्होंने महज 5-6 घंटो की तैयारी से ही पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में टॉप रैंक हासिल की. आइए जानते हैं कैसे रेनू ने देश की सबसे कठिन परीक्षा को बड़ी आसानी के साथ पास कर लिया

कौन हैं (IAS Renu Raj) आईएएस रेनू राज

केरल की कोट्टायम की रहने वाली रेनू राज एक मिडिल क्लास परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके पिता एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी है. वहीं, मां घर संभालती हैं. रेनू की शुरुआती पढ़ाई कोट्टायम से ही हुई. यहां उन्होंने मदर टेरेसा हॉयर सेकेंडरी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने डॉक्टरी की पढ़ाई शुरू कर दी.

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रेनू अपने परिवार में दो बहनों के साथ रहती थीं जिन्होंने भी मेडिकल की पढ़ाई की है. रेनू ने अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के बाद 1 साल तक इंटर्नशिप पूरी की. इसके बाद उन्होंने केरल में डॉक्टर के तौर पर अपनी सेवाएं भी दी. वह कहती हैं कि जब वो डॉक्टरी कर रही थी तब दिन भर में करीब 100 लोगों की ही मदद कर पाती थी लेकिन आईएएस अधिकारी बनकर वो हजारों और लाखों लोगों की मदद करना चाहती थीं. इसी सोच के साथ उन्होंने यूपीएससी की तैयारी का मन बना लिया और इस परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी.

पढ़ाई के लिए लिया इंटरनेट और कोचिंग का सहारा

साल 2014 में यूपीएससी परीक्षा में टॉप करने वाली रेनू राज बताती है कि उन्होंने इस परीक्षा की तैयारी साल 2013 से ही शुरू कर दी थी. वो हर रोज 3 से 6 घंटे की पढ़ाई किया करती थी. इसके अलावा रेनू अपनी सेहत का भी काफी ख्याल रखती थी. उनका मानना है कि मेंटली फिट होने के लिए फिजिकली फिट भी होना काफी जरूरी है. इसके लिए वह योग एवं व्यायाम किया करती थी.

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यूपीएससी की प्री और मेंस की परीक्षा की तैयारी उन्होंने एक साथ ही की. इसके अलावा करंट अफेयर्स के लिए वह रोजाना अखबार पढ़ा करती थी. उन्होंने कई मॉक टेस्ट भी दिए और राइटिंग प्रैक्टिस की. इसके अलावा एनसीईआरटी की किताबें, करंट अफेयर्स, मैगजीन, साइंस टेक्नोलॉजी से जुड़ी हुई किताबों से भी उन्होंने थोड़ी बहुत जानकारी जुटाई. वो कहती है जिस चीज की उन्हें जानकारी नहीं मिल पाती थी उसके लिए वो इंटरनेट का सहारा लेकर भी पढ़ाई करती थीं.

दूसरी रैंक हासिल कर बनी आईएएस अधिकारी

रेनू राज की मेहनत और सटीक रणनीति ने उन्हें पहली बार में यूपीएससी परीक्षा में सफलता दिला दी. साल 2014 में उन्हें केरल कैडर से आईएएस अधिकारी बनने का मौका मिला. यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने पूरे देश भर में दूसरा स्थान हासिल किया था. उनकी इस सफलता से इनके माता पिता को काफी गर्व महसूस हुआ.

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2 साल की मसूरी में तैयारी के बाद फिलहाल वो केरल में नौकरी कर रहीं हैं. केरल के देविकुल्लम में उनके ज़मीन कब्जा करने वालों पर सख्त रवैए की वजह से उनको तबादले का सामना भी करना पड़ा. मीडिया में वो अपने कामों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती हैं. बता दें कि जब वो केरल के मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहीं थीं तभी उन्होंने L.S भगत से शादी कर ली थी। उनके पति अभी भी एक सरकारी डॉक्टर हैं।

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