IAS Anupam Shukla : पिता का सपना था कि बेटा बने IAS अधिकारी, 2 प्रयासों में असफलता के बाद 10वीं रैंक हासिल कर किया सपना पूरा
IAS Anupam Shukla : यूपीएससी की परीक्षा काफी लगन और मेहनत मांगती हैं. इस परीक्षा में हर साल लाखों छात्र बैठते हैं लेकिन कुछ गिने चुने लोगों को ही इस परीक्षा में सफलता हासिल हो पाती है. आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उनका नाम अनुपम शुक्ला है. अनुपम को यूपीएससी परीक्षा में सफलता पहली बार में नहीं मिली.
उन्हें कई बार असफलताओं का सामना करना पड़ा. लेकिन अपने मजबूत इरादों की बदौलत उन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षा में टॉप रैंक हासिल की और अपने सपनों को साकार किया. उनकी कहानी ऐसे युवाओं के लिए प्रेरणा हो सकती है जो एक या दो प्रयास के बाद अपने लक्ष्य के लिए कोशिश करना छोड़ देते हैं. आइए जानते हैं अनुपम के यूपीएससी के सफर के बारे में
कौन हैं IAS अनुपम शुक्ला
मूलरूप से लखनऊ के रहने वाले अनुपम शुक्ला काफी लंबे समय से बिहार में रह रहे हैं. उनके पिता का नाम डीके शुक्ला है. वहीं मां का नाम प्रतिभा शुक्ला है. पिता बिहार के प्रधान मुख्य वन संरक्षक के तौर पर कार्यरत हैं तो मां गृहणी हैं. उनकी शुरूआती पढ़ाई पटना से ही हुई. 6वीं से 10वीं तक उन्होंने मुजफ्फरपुर के डीएवी स्कूल से पढ़ाई पूरी की. फिर 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिए वो पटना के केंद्रीय विद्यालय में चले गए.
बचपन से ही पढ़ाई में अच्छा होने के कारण उन्होंने अच्छे खासे अंको के साथ परीक्षा पास की. बेसिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. उन्होंने दिल्ली यूनीवर्सिटी के हिंदू कॉलेज में दाखिला लेकर अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखी. यहां भी उन्होंने पढ़ाई करना नहीं छोड़ा. यही वजह थी कि पूरी यूनीवर्सिटी में वो भौतिकी विषय में टॉपर बन गए. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का विचार किया.
आसान नहीं था upsc परीक्षा का सफर
अनुपम शुक्ला को यूपीएससी परीक्षा में सफलता आसानी से नहीं मिली. अपनी सफलता का जिक्र करते हुए अनुपम शुक्ला बताते हैं कि इस परीक्षा को बोझ समझकर पढ़ाई नहीं करनी चाहिए. तनावरहित होकर परीक्षा की तैयारी करने पर सफलता मिल जाती है. वो कहते हैं उन्हें जब भी समय मिलता था तो वो अपनी तैयारी में जुट जाते थे. इसके अलावा वो कहते हैं कि यूपीएससी परीक्षा में असफल होने पर आपको तैयारी नहीं छोड़नी चाहिए.
बल्कि और मेहनत के साथ इस परीक्षा में जुट जाना चाहिए. बताते चलें कि अनुपम को इस परीक्षा में लगातार 2 बार असफलता का सामना करना पड़ा. इस दौरान वो साक्षात्कार तक तो पहुंचे लेकिन मेरिट लिस्ट में उनका नाम ही नहीं आ पाता था. लगातार मेरिट में नाम ना आने पर उन्हें निराशा तो हुई लेकिन उन्होंने प्रयास करना नहीं छोड़ा.
10वीं रैंक हासिल कर बनें IAS अधिकारी
यूपीएससी परीक्षा के तीसरे प्रयास में अनुपम को सफलता मिल गई. उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 10वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनने का सपना पूरा कर लिया. उनकी इस सफलता से उनका परिवार बहुत खुश है. साल 2015 में उन्हें बिहार कैडर दिया गया. अनुपम कहते है कि वो बिहार के लोगों के लिए काम कर उनका जीवन आसान बनाना चाहते हैं