ias ananya singh : मां को भरोसा था बेटी बनेगी अधिकारी, महज 22 साल की उम्र में 56वीं रैंक हासिल कर बनी IAS अधिकारी
ias ananya singh : संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा को पास करना कई लोगों का सपना होता है। ये परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है और कई उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाते हैं। यूपीएससी की परीक्षा को पास करने वालों को भारत के सबसे प्रतिष्ठित पद पर काम करने का मौका मिलता है. आज हम आपको आईएएस अनन्या सिंह के बारे में बताएंगे जिन्होंने बहुत ही छोटी उम्र में इस परीक्षा को पास कर लिया.
उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन की बदौलत अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली। साल 2019 में अनन्या सिंह ने महज 22 साल की उम्र में पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा पास कर लिया। उन्होंने इस परीक्षा में 51वीं रैंक हासिल की थी। आइए जानते हैं अनन्या सिंह ने कैसे इस कठिन परीक्षा को पास कर लिया.
कौन है (ias ananya singh) अनन्या सिंह
प्रयागराज (इलाहाबाद) के मिंटो रोड के पास रहने वाली अनन्या सिंह का परिवार आर्थिक रूप से समृद्ध है। उनके पिता का नाम डॉ. एके सिंह और माता का नाम अंजली सिंह हैं. पिता अमरोहा में डिस्ट्रिक्ट जज थे जो अब रिटायर्ड हो चुके हैं. वहीं मां आईईआरटी में प्रवक्ता थी उन्होंने भी अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद नौकरी से रिटायरमेंट ले लिया है. इतना ही नहीं अनन्या के बड़े भाई भी कानपुर में डिस्ट्रिक्ट जज के तौर पर कार्यरत हैं. परिवार के सिविल सेवा में काम करने का असर अनन्या पर भी पड़ा. बचपन से ही अनन्या पढ़ाई लिखाई में बहुत अच्छी थी. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई इलाहाबाद से ही की.
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सेंट मैरी कॉन्वेंट (एसएमसी) से हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा अच्छे नंबरों के साथ पास कर ली. उन्होंने हाईस्कूल में 96 फीसद अंक हासिल किए वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में 98.5 फीसद अंक हासिल किए. शुरुआती पढ़ाई के बाद उन्होंने श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, नई दिल्ली से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। परिवार के मुताबिक अनन्या जब छोटी थी तभी से वो आईएएस अधिकारी बनना चाहती थीं. ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरु कर दी थी. एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया था कि यूपीएसी की तैयारी के दौरान वो सात से आठ घंटे की पढ़ाई करती थीं.
यूपीएससी की तैयारी में इस स्ट्रेटजी ने दिलाई सफलता
अनन्या ने एक साक्षात्कार में बताया कि साल 2017 में उन्होंने पूरे साल मेहनत और लगन से पढ़ाई की. उन्होंने करंट अफेयर्स, एनसीआरटी की किताबें आदि जरुरी स्टडी मैटेरियल पर फोकस किया. इसके साथ साथ उन्होंने नोट्स भी तैयार करती रहीं. वो बताती हैं कि कुछ नोट्स शार्टस होते थे और कुछ लॉन्ग नोट्स. परीक्षा के दौरान इन नोट्स ने काफी मदद की.
वो कहती हैं कि इस परीक्षा की सबसे खास बात ये हैं कि भले ही आप कम किताबों या संसाधनों से पढ़ाई करें. लेकिन जितना पढ़े उसके बारे में अच्छी समझ होना बहुत जरूरी है. वहीं मेन्स की तैयारी के लिए सवालों के जवाब लिखने की तैयारी भी खूब करनी चाहिए. वहीं, सबसे बड़ी बात की सिलेबस में क्या पढ़ना है और क्या नहीं पढ़ना ये भी बहुत जरूरी होता है. अनन्या ने प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों में मॉक टेस्ट भी खूब दिए जिससे उन्हे तैयारी मे मदद मिली।
बेटी की सफलता पर मां फूट फूट कर रोई
अनन्या सिंह ने अपनी मेहनत की बदौलत 22 साल (ias ananya singh rank) की उम्र में यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी बनने के सपने को पूरा किया है. उन्हें इस परीक्षा में 51वीं रैंक हासिल हुई थी. अनन्या की मां ने एक साक्षात्कार में बताया था कि जब वो इस परीक्षा में पास हो गई तब उनकी मां फूट फूट कर रोने लगीं. उनकी मां ने कहा कि बेटी जिस चीज को ठान लेती है उसे हासिल करके ही दम लेती हैं. अनन्या मेहनत और जुनून के साथ किसी भी काम को करने से पीछे नहीं हटती हैं.
अपनी सफलता पर अनन्या कहती हैं कि जिस तरह से पिता और बड़े भाई ने लोगों की सेवा की है वैसे ही मुझे भी करना है. लोगों की समस्याओं को सुनकर उनको हल करना प्राथमिकता रहेगी. वो कहती हैं कि वो गरीबों और आम नागरिकों के काम आना चाहती हैं. वहीं वो अधिकारियों के मनमाने और दोहरेपन रवैये के खिलाफ भी हैं वो फीताशाही को खत्म कर जनता और अधिकारियों के बीच समानता का भाव लाना चाहती हैं. बता दें कि अभी वो पश्चिम बंगाल में कार्यरत हैं.