Bihar board Topper 2022 : बिहार बोर्ड में 10वीं के नतीजों में दो सहेलियां बनीं टॉपर, मां-बाप बोले, बेटियों ने नाम रोशन कर दिया
Bihar board Topper 2022 : सफल होना कौन नहीं चाहता। जिंदगी के हर पड़ाव में कठनाईयों के पत्थर आमने आते हैं, लेकिन उसे पार वहीं कर पाता है जो मेहनत करता है। जिनके इरादे और हौसले बुलंद होते हैं वो निश्चित तौर पर अपना लक्ष्य को प्राप्त करते है और दूसरी के लिए एक मिशाल बनकर उभरते हैं। सफलता की कहानी में आज हम जिन लोगों की बात करने वाले हैं उनकी राह में भी तमाम कांटे थे, लेकिन उनका ध्यान हमेशा अपने लक्ष्य पर रहा और आज हम उनकी कहानी आपको बताने जा रहे हैं।
हम बात करने वाले हैं रामायणी रॉय और प्रज्ञा कुमारी की। इन दो बेटियों ने साबित किया है कि मेहनत और लगन के दम पर तमाम मुश्किलों के बीच कम सुविधाओं में भी सफलता हासिल की जा सकती है। इन दो बेटियों ने बिहार बोर्ड के नतीजों में पूरे प्रदेश में टॉपर बनकर ना सिर्फ अपना नाम रोशन किया है बल्कि अपने परिवार का भी नाम रोशन किया है. आइए जानते हैं इन दो सहेलियों ने कैसे ये मुकाम हासिल किया.
कौन हैं रामायणी और प्रज्ञा
रामायणी रॉय और प्रज्ञा कुमारी बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली हैं। रामायणी के पिता का नाम जितेंद्र कुमार भोला है, जो नवादा में वेटनरी डॉक्टर हैं। जबकि मां दाउदनगर के गोह में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। वहीं प्रज्ञा कुमारी के पिता एक साधारण किसान हैं और मां गृहिणी है।
रामायणी और प्रज्ञा सहेली हैं। दोनों ने इसी साल मैट्रिक की परीक्षा पास की है। परीक्षा के दौरान दोनों ने एक साथ मिलकर तैयारी भी की है। रामायणी और प्रज्ञा बताती हैं कि उन्होंने रणनीति बनाकर रोज़ाना लगभग 5-6 घंटे पढ़ाई की। स्कूल की पढ़ाई के अलावा उन्होंने अपनी सेल्फ स्टडी पर हमेशा ज्यादा ध्यान दिया।
मेहनत और लगन से बनीं बिहार टॉपर
दोनों सहेलियों की मेहनत और लगन से की गई पढ़ाई रंग लाई। BSEB के द्वारा जारी किए रिजल्ट के मुताबिक रामायणी रॉय ने मैट्रिक की परीक्षा में 487 अंक हासिल करते हुए स्टेट टॉप किया। वहीं प्रज्ञा कुमारी इस एग्जाम में 485 नंबरों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।
अपनी सफलता पर दोनों ही सहेलियां बहुत खुश हैं। टॉपर सहेलियां भविष्य में अपने-अपने इंटरेस्ट के अनुसार आगे बढ़ना चाहती हैं। रामायणी आगे चलकर जर्नलिस्ट बनने का सपना देखती हैं, तो प्रज्ञा डॉक्टर बनना चाहती हैं। परिवार वाले भी अपनी होनहार बेटियों के सपनों के साथ हैं।
खासतौर पर प्रज्ञा का ये कहना है कि उनके पिता खेत कड़ी मेहनत करके पढ़ाई का खर्च उठा रहे हैं। ऐसे में वो स्कॉलरशिप के सहारे आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं। टॉपर होने के नाते जो सरकारी राशि उन्हें मिलेगी उससे वो इंटरमीडिएट तक का खर्च निकालेगी। और उसके आगे पढ़ने के लिए अलग-अलग स्कालरशिप एग्जाम में हिस्सा लेंगी और आगे बढ़ती रहेंगी।
कौन हैं सेकेंड टॉपर
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में इस बार सेकेंड टॉप पर दो लोग रहे। दोनों ने ही परीक्षा में 486 अंक अर्जित किए हैं। पहली हैं सानिया कुमारी। इनके पिता का नाम उदय प्रसाद है जो रजौली में अपनी मिठाई की दुकान चलाते हैं। सानिया की सफलता पर वो काफी खुश हैं। वहीं दूसरे हैं मधुबनी के विवेक कुमार ठाकुर। उनके पिता दिल्ली में मजदूरी का काम करते हैं। विवेक आगे चलकर IAS बनना चाहते हैं।