Amit kishore : सेना में शहीद जवान की बेटी की शादी में पत्नी के साथ पहुंचें जिलाधिकारी, बेटी का किया कन्यादान
Amit kishore : कभी-कभी समाज में ऐसी घटना देखने को मिल जाती है जो दिल को छू लेती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से। जहां एक शहीद की बेटी के एक खत को पढ़ वहां के डीएम अपनी पत्नी समेत शहीद की बेटी की शादी में शरीक होने पहुंच गए। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला क्या है
दरअसल 25 अगस्त 2018 को जम्मू कश्मीर के उधमपुर में तैनात बीएसएफ के जवान अजय कुमार रावत की एक हादसे के दौरान जान चली गई थी। उस दौरान अजय कुमार बीएसएफ के 88 बटालियन में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे। सलेमपुर के मझौली राज के रहने वाले अजय अपने पीछे पत्नी मीरा देवी, दो बेटे अभिलाष, अश्वनी व एक बेटी शिवानी को छोड़ गए।
शहादत के बाद जब अजय कुमार का पार्थिव शरीर देवरिया पहुंचा तो वहां के डीएम अमित किशोर ने उनका दाह संस्कार किया था। ऐसे में जब अजय कुमार की बेटी शिवानी की शादी पड़ी तो उन्होंने एक खत के माध्यम से जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि उसके कन्यादान की रस्म उनके हाथों से संपन्न हो।
जब देवरिया के जिलाधिकारी को शहीद की बेटी का आग्रह भरा खत मिला तो वह इनकार नहीं कर पाए और शहीद की बेटी की शादी में शरीक होने के लिए अपनी पत्नी संग पहुंचे। जयमाला के दौरान पत्नी संग स्टेज पर पहुंचकर डीएम ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया। शादी में पहुंचे जिलाधिकारी अपने साथ नव युगल के लिए उपहार लेकर पहुंचे। इनकी उपस्थिति ने शहीद के परिवार को बेहद खुशी हुई.
जिलाधिकारी अमित किशोर ने बताया कि शिवानी के पिता ड्यूटी के दौरान शहीद हुए थे और हर जिला अधिकारी का यह फर्ज बनता है कि वह शहीद के परिवार का खास ख्याल रखे। उन्होंने बताया कि जब उन्हें शिवानी का पत्र मिला तो वह खुद को रोक नहीं पाये और परिवार संग शादी में शरीक होने के लिए पहुंचे।
डीएम ने बताया कि हर जिलाधिकारी का फर्ज होता है कि वह अपने जिले के आर्मी, एयर फोर्स, पैरामिलिट्री के जवानों की हर समस्या का समाधान करें और उनके शहीद होने पर उनके परिवार वालों का ख्याल रखें। इसी फर्ज को अदा करने के लिए वह शादी में शरीक हुए हैं, और आगे भी जब ऐसा मौका आएगा तो वह अपने फर्ज से पीछे नहीं हटेंगे।