Akshay Agrawal IAS : बिना किसी कोचिंग संस्थान की मदद से पढ़ाई कर यूपीएससी परीक्षा में किया टॉप, बनें IAS अधिकारी
Akshay Agrawal IAS : यूपीएससी परीक्षा में कोचिंग संस्थानों का बहुत बड़ा योगदान माना जाता है. कई सफल अभ्यर्थियों ने बताया है कि कोचिंग संस्थान सिलेबस और स्टडी मैटेरियल मुहैया करवाने में काफी मदद करती हैं. लेकिन आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उन्होंने इस बात को गलत साबित कर दिया है. इस आईएएस अधिकारी का नाम अक्षय अग्रवाल है.
उन्होंने बिना किसी कोचिंग संस्थान के मदद के बगैर ना सिर्फ यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की बल्कि अच्छी रैंक पाकर टॉप भी किया. उनका आत्मविश्वास इतना मजबूत था कि उन्होंने घर पर ही रहकर पढ़ाई की और सफलता हासिल कर ली.आइए जानते हैं अक्षय अग्रवाल ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता कैसे हासिल कर ली.
कौन हैं (Akshay Agrawal IAS) आईएएस अक्षय अग्रवाल
अक्षय अग्रवाल राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले हैं. एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले अक्षय के पिता नौकरी करते थे. यही वजह थी कि उनकी शुरुआती पढ़ाई तो राजस्थान में हुई. लेकिन बाद में आगे की पढ़ाई के लिए वो महाराष्ट्र में चले गए. बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में तेज अक्षय ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में अच्छे अंक हासिल किए. उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पुणे के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से पूरी की.
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वहां उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. पढ़ाई में अच्छा होने की वजह से उन्हें इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान एकेडमिक्स में अच्छा प्रदर्शन करने की वजह से गोल्ड मेडल दिया गया. इसके बाद उनकी एक अच्छी खासी कंपनी में नौकरी लग गई. साल 2015 में वो आगे की पढ़ाई के लिए सिंगापुर चले गए. वहां उन्होंने अपनी मास्टर्स की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होने एक साल तक नौकरी की और वापस देश आकर सिविल सेवाओं में काम करने का विचार किया . साल 2018 से उन्होंने पूरी सिद्दत से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी.
बिना कोचिंग के मदद हासिल की सफलता
यूपीएससी तैयारी के दौरान अक्षय ने किसी भी तरह की कोचिंग संस्थान की मदद नहीं ली. उनका आत्मविश्वास इतना मजबूत था कि उन्होंने सेल्फ स्टडी कर इस परीक्षा में सफलता हासिल करने का विचार किया. वो बताते हैं कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के शुरुआती दौर में उन्होंने कुछ लोगों से इस परीक्षा की स्ट्रेटजी के संबंध में बातचीत की थी.
फिर उन्होंने सिलेबस को अच्छी तरह से समझने और उसको कैसे तैयार किया जाए इसकी प्लानिंग में काफी समय दिया और तैयारी में जुट गए. वो टारगेट बेस्ड पढ़ाई करते थे. दिन, हफ्ते महीने में क्या क्या तैयार करना है उसका खाका तैयार करना पड़ता है. इसके अलावा इंटरनेट की मदद भी ली. वो कहते हैं आज के दौर में इंटरनेट जानकारी का बहुत अच्छा साधन है. बस आपको ठीक से ढूंढ़ने भर की देर है.
43वीं रैंक हासिल कर बनें आईएएस अधिकारी
कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के दम पर उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली. इस परीक्षा में उन्होंने साल 2018 की परीक्षा में पूरे देश में 43वीं रैंक हासिल कर टॉप किया. परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद उन्हें आईएएस अधिकारी बनने का मौका मिला.
साल 2020 में उन्हें ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में सेवाएं देने का मौका मिला. फिलहाल वो नाबरंगढ़ जिला में कार्यरत हैं. अक्षय ऐसे लोगों के लिए एक उदाहरण हैं जो इंटरनेट की डिजिटल दुनिया नकारते हैं.
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