IAS Nishant Jain : हिंदी मीडियम से पढ़ाई कर बने IAS अधिकारी, यूपीएससी परीक्षा में हासिल की 13वीं रैंक
IAS Nishant Jain : UPSC परीक्षा पास करना हर आसान नहीं है। लेकिन जो ये ठान लेते हैं कि उन्हें देश की सबसे बड़ी परीक्षा (UPSC) को पास करना है, तो उनके लिए ये नामुमकिन भी नहीं है। आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहें हैं जिन्होंने एक छोटे से जिले से निकलकर हिन्दी मिडियम में पढ़ाई कर यूपीएससी की परीक्षा को पास किया और IAS अधिकारी बनकर अपने सपने को पूरा किया।
इस आईएएस अधिकारी का नाम निशांत जैन है। हालांकि ये सफलता उन्हें पहली बार में हासिल नहीं हुई. लेकिन जिद के आगे असफलता ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाई और उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. आइए जानते हैं निशांत ने कैसे यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता हासिल की.
कौन है (IAS Nishant Jain) आईएएस निशांत जैन
निशांत मूल रूप से पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ से ताल्लुक रखते हैं। निशांत एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं. वह हिंदी कवि दुष्यंत कुमार के बहुत बड़े फैन हैं। उनका मानना है कि दुष्यंत कुमार को पढ़ने वाले स्टूडेंट्स कभी निराश नहीं रह सकते। इसलिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा पढ़ा जाना चाहिए।
आपको जानकर हैरानी होगी कि निशांत 10वीं कक्षा के बाद से ही नौकरी करना शुरू कर दिया था। उन्होंने 12वीं, ग्रेजुएशन और एमए के दौरान भी नौकरी नहीं छोड़ी। निशांत बेहद ही साधारण परिवार में पले-बढ़े। वे अपना खुद का खर्चा उठाने में यकीन रखते थे।
अंग्रेजी का ज्ञान होना भी जरूरी
कहते हैं न कि आपका धर्म कोई भी हो लेकिन आपको सभी धर्मों के बारेमें जानकारी होना आवश्यक है। यही बात निशांत भी मानते हैं, वे कहते हैं कि हिंदी के साथ-साथ अभ्यर्थियों को अंग्रेजी पर भी पकड़ होना बेहद ही जरूरी है। उनका मानना था कि UPSC जैसे बड़े परीक्षाओं को पास करने के लिए अंग्रेजी का ज्ञान भी होना जरूरी है।
वे कहते हैं कि आज के दौर में इंटरनेट पर बहुत सा ऐसा मटेरियल उपलब्ध है, जो यूपीएससी परीक्षा के लिए फायदेमंद है। लेकिन इसमें से ज्यादातर मटेरियल अंग्रेजी भाषा में है। ऐसे में अगर आपको अंग्रेजी का भी अच्छा ज्ञान होगा तो आप उसे आसानी से समझ सकते हैं।
13वीं रैंक हासिल कर बनीं आईएएस अधिकारी
निशांत ने साल 2014 में यूपीएससी की परीक्षा में 13वीं रैंक हासिल किये थे। ऐसा नहीं था कि निशांत पहली बार में ही इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर ली हो। उन्हें पहली बार में सफलता हासिल नहीं कर पाये थे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास में अपनी कड़ी मेहनत के बदौलत इस परीक्षा को पास कर लिया। अब आईये जानते हैं, उनके सफलता का राज