pujya priyadarshni ifs : 3 बार असफल होने के बाद छोड़ दिया था UPSC करने का फैसला, परिवार ने दिया साथ तो 11वीं रैंक हासिल कर बनी IFS अधिकारी
pujya priyadarshni ifs : देश की सबसे प्रतिष्ठित एवं कठिन परीक्षा यूपीएससी को पास करना हर युवा का सपना होता है। यही वजह है कि इस परीक्षा में लाखों लोग शामिल होते हैं। इनमें से करीब 1000 लोग ही सफल हो पाते हैं। कड़ी मेहनत और लगन इस परीक्षा के लिए बहुत जरूरी है। आज हम आपको जिस आईएफएस (Indian foreign service) अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उनका नाम पूज्य प्रियदर्शनी है. वो बचपन से ही सिविल सेवा में अधिकारी बनने का सपना देखती थी।
वो जानती थी कि ये परीक्षा इतनी कठिन है कि इसमें सफलता पाना आसान बात नहीं है। इसलिए जिस समय उन्होंने इस परीक्षा के लिए विचार किया उसी समय उन्होंने दूसरे क्षेत्र में काम करते हुए यूपीएससी की तैयारी करने का प्लान बनाया। इस प्लान से उन्हें दोगुनी मेहनत से गुजरना पड़ा. कई बार असफलता का सामना भी करना पड़ा लेकिन इन सबके बावजूद उनके सिविल सेवा में अधिकारी बनने का सपना साकार हो गया। आइए जानते हैं पूज्य प्रियदर्शनी ने कैसे इस कठिन परीक्षा को पास कर अपने परिवार का नाम रोशन किया।
कौन है (Pujya Priyadarshni IFS) पूज्य प्रियदर्शनी
मुंबई की रहने वाली पूज्य प्रियदर्शनी का परिवार आर्थिक रूप से संपन्न है। उनके पिता का नाम ज्ञानेश्वर मूले और माता का नाम साधना शंकर है। उनके पिता भी सिविल सेवाओं में राजनयिक अधिकारी हैं। वहीं मां भी सिविल सेवा में कार्यरत हैं। प्रियदर्शनी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली से ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की। उन्होंने दिल्ली के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बीकॉम किया। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी. साल 2013 में जब वह दिल्ली में ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही थी, तब उन्होंने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी. हालांकि ज्यादा तैयारी ना होने के कारण पूज्य प्रियदर्शनी यह परीक्षा पास नहीं कर पाईं।
इसके बाद मास्टर्स की डिग्री हासिल करने के लिए वो न्यूयॉर्क चली गईं. कोलंबिया यूनिवर्सिटी न्यूयॉर्क में उन्होंने पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से मास्टर की पढ़ाई पूरी की। बता दें कि जब उन्होंने मास्टर्स की तैयारी की तब उन्होंने यूपीएससी की पढ़ाई छोड़ दी थी। एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया था की मास्टर की पढ़ाई के दौरान भी वह यूपीएससी की तैयारी करना चाहती थी। लेकिन कोर्स ज्यादा होने की वजह से उन्होंने यूपीएससी की पढ़ाई से थोड़ा गैप लेना जरूरी समझा।
यही वजह थी कि उन्हें इस परीक्षा को पास करने में ज्यादा समय लग गया। मास्टर्स की पढ़ाई के बाद उन्होंने कुछ समय के लिए नौकरी भी ज्वाइन कर ली। उन्होंने नौकरी ज्वाइन करने के साथ ही फिर से यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। नौकरी के दौरान वो परीक्षा को लेकर गंभीरता से पढ़ाई कर रही थीं और अपनी कमियों को दुरुस्त करने में लगी हुई थी। बता दें कि जिस नौकरी में वो काम कर रहीं थीं वहां उन्हें अच्छा खासा वेतन मिल रहा था लेकिन सिविल सेवा में अधिकारी बनने का उनका सपना उन्हें इस परीक्षा की तैयारी करने पर मजबूर कर रहा था।
मिली कई बार असफलताएं
साल 2013 में पूज्य प्रियदर्शनी ने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी। इस परीक्षा में वह सफल नहीं हो पाईं. इसके बाद साल 2016 में दूसरी बार आईएएस की परीक्षा दी. इस परीक्षा में उन्होंने प्री और मेंस की परीक्षा तो पास कर ली लेकिन इंटरव्यू में सफलता हासिल नहीं हो पाई। उनका आखिरी सूची में नाम नहीं आ पाया। उन्होंने निराश ना होने की बजाय हौसला जुटाकर फिर से तैयारी की और साल 2017 में तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा में बैठी।
लेकिन किसी कारणवश साल 2017 की प्री परीक्षा को पास करने में भी वह असफल रही। 2 सालों से लगातार असफलता मिलने के बाद उनका हौसला टूट गया। अब वो यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी छोड़कर दोबारा से नौकरी करने का विचार करने लगी। हालांकि साल 2018 में उन्होंने इस परीक्षा को पास कर लिया।
माता पिता ने बढ़ाया हौसला
जिस दौरान पूज्य प्रियदर्शनी को लगातार असफलता मिल रही थी. उस दौरान वो काफी परेशान हो रही थी. उनके बचपन का सपना मानों टूट रहा था. इस मुश्किल समय में परिवार ने उनका खूब साथ दिया. प्रियदर्शनी के परिवार ने फिर से यूपीएससी की तैयारी करने की सलाह दी. उन्होंने किसी तरह अपने अंदर की निराशा को खत्म कर फिर से हौसला जुटाया. उन्होंने संघर्ष के इस मैदान को छोड़कर भागने की बजाय इसका सामने करने का विचार किया.
इस बार उन्होंने पहले से ज्यादा कड़ी मेहनत और लगन से प्रयास किया. उनकी किस्मत और मेहनत ने उनका साथ दिया. साल 2018 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली. उन्होंने (pujya priyadarshni ifs rankj) 11वीं रैंक हासिल की. इसी के साथ वो इंडियन फॉरेन सर्विस में अधिकारी के तौर पर कार्यरत हो गईं.
सफल लोगों की कहानियां पढ़कर अपने आपको मोटिवेट रखें
यूपीएससी की तैयारी करने वाले युवाओं को प्रियदर्शनी बताती हैं कि इस परीक्षा के लिए आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी है. किसी की बातों पर आने की बजाय अपने दिल की सुनें. परीक्षा में पैटर्न बदलता रहता है तो जरूरी है कि अपने आपको अपडेट रखें. मोटिवेशनल कहानियां पढ़ें ताकि आप डिमोटिवेशन का शिकार ना हो पाएं. अखबार जरूर पढ़ें. कोशिश करें कि लिख-लिखकर अभ्यास करें. अगर कोई कमी दिखे तो तुरंत उसके नोट्स बना लें. परीक्षा से पहले इन नोट्स को पढ़ें.सबसे जरूरी बात धैर्य रखें क्योंकि इस परीक्षा में समय देना पड़ता है यहां रातों-रात कुछ हासिल नहीं होता.
पूज्य प्रियदर्शनी को यूपीएससी परीक्षा में 3 बार असफलता मिली फिर वो सीधा आईएफएस अधिकारी बन गईं. उनकी कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो एक दो बार फेल होने पर मैदान छोड़ देते हैं. अगर इरादे मजबूत हों तो कभी-कभी देर से ही सही पर मंजिल मिलती जरूर है.