Vande Bharat : वंदे भारत बहुत जल्द बनेगी भारतीय रेलवे की प्रीमियम ट्रेन, इस ट्रेन को भी छोड़ देगी पीछे
Vande Bharat : पूर्वोत्तर रेलवे की वंदे भारत एक्सप्रेस अब पटरी पर उतर चुकी है।वहीं उत्तर रेलवे की वंदे भारत एक्सप्रेस को लखनऊ से दिल्ली के बीच चलाने पर मंथन हो रहा है।रेलवे बोर्ड के अफसर देश की पहली कॉरपोरेटर ट्रेन तेजस एक्सप्रेस की जगह वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने पर विचार कर रहे हैं।ऐसा होने पर यात्रियों को सस्ते और किफायती आरामदायक सफर की सुविधा का लाभ मिलेगा।
अक्टूबर 2019 में देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस पटरी पर उतरी थी। और लखनऊ जंक्शन से नई दिल्ली के बीच ट्रेन का संचालन शुरू किया गया था।ट्रेन में यात्रियों को सेवा सत्कार व सुविधाएं पसंद आई थी जिससे इनकी संख्या भी बढ़ी।तेजस एक्सप्रेस को आज भी यात्री आसानी से मिल जाते हैं।वहीं 7 जुलाई को पूर्वोत्तर रेलवे की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस गोरखपुर से लखनऊ के बीच शुरू की गई।तेजस की तरह यह ट्रेन भी चेयरकार व सेमी हाई स्पीड है।
ट्रेन में यात्रियों की संख्या शुरुआत में कम थी पर अब बढ़ने लगी है जिससे ऑक्युपेंसी 8:00 7% तक पहुंच गई है वही उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल को भी वंदे भारत एक्सप्रेस देने पर रेलवे बोर्ड में मंथन चल रहा था इसी क्रम में आला रेलवे ट्रेन के रूट टाइमिंग सेक्शन आदि पर विचार कर रहे हैं रेलवे बोर्ड के अलावा उसने बताया कि लखनऊ से नई दिल्ली रोड पर ट्रैफिक बेहतर है ऐसे में उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की वंदे भारत एक्सप्रेस को उतारा जा सकता।
130 करोड़ की लागत से वंदे भारत के लिए चारबाग में बनेगा मेंटेनेंस यार्ड
चारबाग रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए 130 करोड़ रुपए की लागत से मेंटेनेंस यार्ड बनाया जा रहा है।ऐसे में पूर्वोत्तर रेलवे की गोरखपुर–लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस व उत्तर रेलवे की लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत सहित अन्य ट्रेनों का मेंटेनेंस इस यार्ड में आसानी से हो सकेगा।इसे तैयार होने में लगभग साल भर का वक्त लगने की आशंका है।
प्रयागराज तक होगा इसका विस्तार
गोरखपुर से लखनऊ के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का विस्तार प्रयागराज तक करने पर मंथन हो रहा है।इससे पूर्वोत्तर रेलवे, उत्तर रेलवे के स्टेशनों से यात्रा करने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी।अयोध्या में प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर भी बन रहा है। अफसरों का मानना है कि प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर बन जाने के बाद ट्रेन का लोड और बढ़ेगा।