Namita Sharma IAS : 5 बार यूपीएससी की परीक्षा में फेल होने के बाद मिली सफलता, 145वीं रैंक पाकर बनी आईएएस अधिकारी
Namita Sharma IAS : यूपीएससी परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षा के तौर पर देखा जाता है. इस परीक्षा में कुछ लोगों को तो बहुत जल्द सफलता हासिल हो जाती है. वहीं, कुछ लोगों को काफी समय लग जाता है. आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे बताने जा रहे हैं उनको यूपीएससी परीक्षा के 5 प्रयासों की असफलता के बाद सफलता हासिल हुई. इस आईएएस अधिकारी का नाम नमिता शर्मा है.
नमिता की कहानी उन युवाओं को जरूर पढ़नी चाहिए जो एक या दो प्रयासों में असफलता हासिल करने के बाद किसी काम को छोड़ देते हैं. कड़ी मेहनत और धैर्य की बदौलत उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का लंबा सफ़र तय किया है. आइए जानते हैं कि नमिता शर्मा को यूपीएससी परीक्षा में धैर्य रखते हुए सफलता कैसे हासिल हुई.
कौन हैं (Namita Sharma IAS) आईएएस नमिता शर्मा
दिल्ली की रहने वाली नमिता शर्मा एक मिडिल क्लास परिवार से ताल्लुक रखने वाली हैं. उनके पिता दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर के तौर पर कार्यरत हैं. वहीं, मां घर संभालती हैं. माता पिता के अलावा नमिता के परिवार में एक भाई भी है. वो कहती हैं की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के दौरान जब वो लगातार असफल हो रहीं थीं. तब उनके परिवार ने उन्हें हौसला रखकर मेहनत करने की सलाह दी थी. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली से की.
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में अच्छे नंबर से पास होने के बाद उन्होंने दिल्ली से ही ग्रेजुएशन कि पढ़ाई पूरी की. नमिता ने दिल्ली की आईपी यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की बीटेक की डिग्री हासिल करने के बाद नौकरी ज्वाइन कर ली थी. पढ़ाई के बाद उनकी आईबीएम जैसी बड़ी कंपनी में नौकरी लग गई थी. 2 सालों तक मुंबई में नौकरी करने के बाद उनके दिमाग में यूपीएससी परीक्षा देने का विचार आया. वो कुछ ऐसा करना चाहती थी जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों पर प्रभाव हो सके. इसी इरादे के साथ उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.
लगातार पांच बार असफलता मिलने पर परिवार ने दिया साथ
साल 2018 में उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के दौरान पहली बार परीक्षा दी. इस परीक्षा में वो यूपीएससी की परीक्षा को देकर उसके पैटर्न की समझना चाहती हैं. इस परीक्षा में उन्हें सफलता नहीं मिली. इसके बाद उन्हें दूसरे और तीसरे प्रयास में भी सफलता नहीं मिल पाई. वो कहती हैं कि इस दौरान उनके पढ़ाई करने का तरीका गलत था. इस कारण उन्हें सफलता नहीं मिल पाई.
उन्होंने अपना हौसला काम नहीं होने दिया और तैयारी जारी रखी चौथे प्रयास तक उनका प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं हो पाया. यूपीएससी परीक्षा के पांचवें प्रयास में उन्होंने प्रीलिम्स और मेंस परीक्षा तो पास कर ली. लेकिन उनका इंटरव्यू के बाद सिलेक्शन नहीं हो पाया. लगातार पांच बार यूपीएससी परीक्षा में असफल होने के बाद उनका हौसला मानों टूट सा गया था. परिवार के सपोर्ट और सुझाव से उन्होंने खुद को संभाला और फिर से नई रणनीति और अपनी कमियों पर काम कर उन्होंने छठवीं बार परीक्षा दी.
145वीं रैंक हासिल कर बनी आईएएस अधिकारी
यूपीएससी परीक्षा में लगातार असफलता हासिल होने के बाद उन्होंने जब छठवीं बार प्रयास किया तो उन्हें सफलता हासिल हुई. यूपीएससी परीक्षा में उन्हें ऑल इंडिया रैंक 145 हासिल हुई. बेटी की इस सफलता से उनके माता पिता बहुत खुश हुए. उनकी सफलता के साथ ही वो आईएएस अधिकारी बन गईं. नमिता बताती हैं कि इस परीक्षा के लिए आपको मेंटली मजबूत रहना चाहिए.
धैर्य रखते हुए मेहनत करना नहीं छोड़ना चाहिए .इसके साथ ही अगर जरूरत पड़े तो रणनीति भी बदलते रहना चाहिए. जल्द ही हार मान लेने वाले युवाओं के लिए नमिता शर्मा बेशक एक प्रेरणा हैं. सोशल मीडिया में अपने फैंन्स को लेकर वो छाई रहती हैं. इंस्टाग्राम में लाखों लोग फॉलो करते है.