IRS Komal Ganatra : NRI पति ने शादी के 15 दिनों में छोड़ा साथ तो बेटी के पिता ने पूरा कराया सपना, 591वीं रैंक हासिल कर बनीं IRS अधिकारी
IRS Komal Ganatra : यूपीएससी परीक्षा पास कर अधिकारी बनना लगभग हर युवा का सपना होता है. लेकिन कभी कभी जीवन में कुछ ऐसी अनचाही घटनाएं हो जाती है जिनके कारण हम अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते हैं. आज की कहानी एक ऐसी ही आईआरएस अधिकारी से जुड़ी हुई है. सिविल सेवा में कार्यरत इस आईआरएस अधिकारी का नाम कोमल गनात्रा है.
उनके पति ने शादी के महज 15 दिनों के बाद ही छोड़ दिया और विदेश चले गए. तमाम कोशिश करने के बाद पति से मुलाकात कभी नहीं हो पाई. इसके बावजूद भी कोमल ने अपना हौसला जुटाकर देश की सबसे कठिन परीक्षा की तैयारी की और सफलता हासिल की. कोमल ऐसे लोगों के लिए नजीर हैं जो जीवन में मुश्किल दौर का सामना करते हुए सपनों को पूरा करते हैं. आइए जानते हैं आईआरएस कोमल गनात्रा ने कैसे सफलता पास की.
कौन हैं (IRS Komal Ganatra) आईआरएस कोमल गनात्रा
गुजरात की रहने वाली कोमल गनात्रा एक अध्यापक के परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनके पिता स्कूल में अध्यापक हैं वहीं मां परिवार की जिम्मेदारियां संभालती हैं. कोमल को यूपीएससी का सपना उनके पिता ने दिखाया था. एक साक्षात्कार में वो बताती हैं कि उनके पिता हमेशा बेटी का हौसला बढ़ाते थे. यही वजह थी की कोमल को अपने 2 भाइयों के साथ पढ़ाई के लिए बराबर मौका मिला. बराबर मौका मिलने की वजह से कोमल बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छी थी. उनकी शुरुआती पढ़ाई गुजरात के ही एक स्कूल से हुई. हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में उन्होंने अच्छे अंक हासिल किए.
बेसिक शिक्षा पूरी करने के बाद वो ग्रेजुएशन की तैयारी करने लगी. जिस दौरान वो ग्रेजुशन की पढ़ाई कर रहे थे तभी उनके पिता ने एक NRI से शादी कर दी. जिस दौरान कोमल की शादी हुई उस समय वो स्टेट पीसीएस की तैयारी भी कर रहीं थी. गुजरात सिविल सेवा में उन्होंने प्री और मेन्स की परीक्षा तो पास कर दी थी. लेकिन इंटरव्यू के लिए जाने से उनके पति ने मना कर दिया.
पति द्वारा जीपीएससी (गुजरात सिविल सेवा) परीक्षा के इंटरव्यू से मना किए जाने की वजह का जिक्र करते हुए कोमल ने एक साक्षात्कार में बताया था कि मेरे पति मुझे अपने साथ न्यूजीलैंड लेकर जाना चाहते थे. इसलिए उन्होंने मुझे इस परीक्षा का इंटरव्यू देने से मना कर दिया. उस दौरान मैं भी उनकी बातें मान गईं और परीक्षा छोड़ दी.
शादी के 15 दिन बाद पति ने छोड़ दिया साथ
कोमल और उनके पति के बीच रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चल सका. इंटरव्यू छोड़ने के महज 15 दिनों बाद ही कोमल के पति न्यूजीलैंड चले गए. इसके बाद उनकी और कोमल की कभी मुलाकात नहीं हो पाई. इस संदर्भ में कोमल ने अपने पति को ढूंढने का बहुत प्रयास किया. उन्होंने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मदद भी मांगी.
न्यूजीलैंड की सरकार की तरफ से ये कहा गया कि ढ़ूढ़ने का प्रयास किया जाएगा. लेकिन काफी सालों तक कोई जवाब ना आने पर कोमल की उम्मीद भी टूट गई. इस दौरान उनकी एक स्कूल में अध्यापक के तौर पर नौकरी भी लग गई. नौकरी के साथ कोमल ने पिता ने की बात मानकर यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया
3 प्रयासों में किया असफलता का सामना
यूपीएससी का सफर कोमल के लिए आसान नहीं था. शुरुआत में उन्हें इस परीक्षा के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. यहां तक उन्हें इस परीक्षा के सिलेबस की भी ज्यादा जानकारी नहीं थी. अध्यापिका के तौर पर नौकरी करते हुए वो इस परीक्षा की तैयारी करना चाहती थी. जिसके लिए जब भी उनके स्कूल से छुट्टी मिलती तो वो यूपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के पास जाकर उनसे मुलाकात किया करती थी. इसके लिए वो अकसर अपने गांव से अहमदा्बाद जाती थी.
शनिवार और रविवार को वो खूब पढ़ाई किया करती थी. वहीं कमाल कि बात ये भी थी कि जब उन्हें मेन्स की परीक्षा देना था तो उन्होंने नौकरी से छुट्टी नहीं ली. पहले और दूसरे प्रयास में उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा. इसके बाद तीसरे प्रयास में उन्होंने प्री और मेन्स की परीक्षा पास की. लेकिन इंटर्व्यू में उन्हें सफलता नहीं मिली.
591वीं रैंक हासिल कर बनीं आईआरएस अधिकारी
मुश्किल परिस्थितयों का सामना करते हुए उन्होंने अपना हौसला कम नहीं होने दिया. साल 2012 में उन्होंने फिर से यूपीएससी परीक्षा दी. इस बार उन्होंने पूरे देश में 591वीं रैंक हासिल की और आईआरएस अधिकारी बन गईं. अधिकारी बनने और पति के वापस ना आने के बाद कोमल ने नया जीवन शुरु करने का फैसला लिया.
कुछ दिनों बाद उन्होंने दूसरी शादी कर ली. फिलहाल वो एक बच्ची की मां हैं. समाज के तानों को नजरअंदाज करते हुए चौथे प्रयास में आईआरएस अधिकारी बनने वाली कोमल देश की महिलाओं के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हैं. मुश्किल रास्तों में खुद की पहचान बनाने का सपना देखने वालों को कोमल की कहानी जरूर प्रेरणा दे सकती है.