IAS Krishna Kumar : यूपीएससी परीक्षा में कई बार असफलता हासिल करने के बाद भी नहीं टूटा हौसला, बनें IPS अधिकारी
IAS Krishna Kumar : आपने वो लाइनें तो सुनी ही होंगी कि असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई कबूलो और सुधार करो….. इन्हीं पंक्तियों को चरितार्थ कर दिखाया है आईएएस कृष्ण कुमार सिंह ने। बता दें कि वे यूपीएससी की परीक्षा में कई बार असफल हुए, लेकिन हार नहीं मानी और अगली बार अधिक मेहनत व लगन से तैयारी की। इसी दौरान उनकी कठिन मेहनत रंग लाई और वे कृष्ण कुमार सिंह से बन गए IAS कृष्ण कुमार सिंह।
जब हम संघर्ष करते हैं तो एक दौर निराशा का भी अवश्य आता है। वहीं दौर कृष्ण कुमार की जिंदगी में भी आया जब उन्होंने निराश होकर आरबीआई की नौकरी ज्वॉइन कर ली थी, लेकिन इसके कुछ ही समय बाद उन्हें अहसास हुआ कि यह तो मात्र एक हल्का सा ठहराव है। उनकी असल मंजिल तो कहीं और हैं। इसके बाद उन्होंने हार नहीं मानी और नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी करते रहे। एक ऐसा समय भी आया जब वे परीक्षा पास करने में सफल हुए और नाम के आगे IAS लगवाने की ख्वाहिश पूरी हुई।
कौन हैं (IAS Krishna Kumar) आईएएस कृष्ण कुमार
बता दें कि कृष्ण कुमार मूल रूप से यूपी के जौनपुर के रहने वाले हैं, लेकिन वे अधिकतर समय दिल्ली-एनसीआर में ही रहे। अपनी प्रारंभिक पढ़ाई गाजियाबाद के एक स्कूल से की। इसके बाद बीटेक में दाखिला लिया और इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दिया।
इसी बीच उनके हाथ निराशा भी लगी और थक हारकर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी छोड़ दी और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर बन गए। इसके बाद उन्हें लगा कि उनका लक्ष्य यह नहीं बल्कि कुछ और ही है। बैंक की नौकरी के साथ ही उन्होंने तैयारी जारी रखी और कठिन परिश्रम कर लगातार दो बार यूपीएससी परीक्षा पास की।
ऑल इंडिया में हासिल की 24वीं रैंक
यूपीएससी CSE 2020 में ऑल इंडिया में उनकी 24वीं रैंक रही है। उनका कहना है कि वे बार बार असफलताओं से निराश होकर थक चुके थे व एक बैंक में नौकरी भी करने लग गए थे। इसके कुछ समय बाद उन्होंने दोबारा से पुराने जोश के साथ तैयारी शुरू की।
पहले, दूसरे व तीसरे प्रयास में असफल रहने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और चौथे प्रयास में आईपीएस बन गए। इसके बाद भी वे नहीं रुके और अगले प्रयास में मनपसंद सेवा आईएएस को हासिल करने में कामयाब रहे।