IAS Bushra bano : परिवार और 2 बच्चों की जिम्मेदारी के साथ पास की यूपीएससी परीक्षा, 6वीं रैंक हासिल कर बनी IAS अधिकारी
IAS Bushra bano : जिन महिलाओं की कम उम्र में शादी हो जाती है, उन महिलाओं का जीवन अन्य महिलाओं की अपेक्षा ज्यादा संघर्ष से भरा होता है. छोटी सी उम्र में उन्हें घर परिवार की जिम्मेदारी, खुद की जिम्मेदारी संभालना पड़ता है. अपने सारे सपने और लक्ष्यों को दरकिनार करते हुए परिवार को प्रथमिकता देना होता है. लड़कियों को हमेशा ऐसा लगता है कि अगर उनकी कम उम्र में शादी हो गई है तो अब वो अपनी जिंदगी में कुछ कर नहीं पाएंगी. लेकिन ये सच नही है.
आज हम आपको IAS बुशरा बानों की कहानी बताने जा रहे हैं. उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से ये साबित कर दिया है कि सच्चे इरादे अगर हो तो सफलता पाई जा सकती है. उन्होंने शादी के बाद यूपीएससी की तैयारी की और सफलता हासिल कर ली. आइए जानते हैं बुशरा बानों ने आईएएस जैसी कठिन परीक्षा को कैसे पास कर लिया
कौन हैं IAS बुशरा बानो
यूपी के कन्नौज जिला की रहने वाली बुशरा बानो एक मीडिल क्लास फैमिली से हैं. इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई कन्नौज से ही की. इसके बाद ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए वो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय चली गईं. यहीं से उन्होंने मैनेजमेंट से पीएचडी की पढ़ाई पूरी की. जब वो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही थी तभी उनकी शादी मेरठ के असमर हुसैन से हो गई.
उनके (IAS Bushra bano family) पति असमर हुसैन ने एएमयू से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद डिग्री हासिल कर ली. डिग्री हासिल कर वो सऊदी अरब के एक विश्वविद्यालय में पढ़ाने लगे. पति (IAS Bushra bano husband) के सउदी अरब जाने के कुछ दिनों बाद बुशरा भी उन्ही के साथ सऊदी अरब के विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के पद काम करने लगी.
बुशरा को जब आई वतन की याद
बुशरा बानो सऊदी अरब में अपने पति के साथ एक विश्विद्यालय में असिसटेंट प्रोफेसर के पद पर काम कर रही थी. इस दौरान वो एक बच्चे की मां भी बन चुकी थी. बुशरा विदेश में अपनी नौकरी से पूरी तरह से खुश नहीं थीं. उन्हें अपने देश की याद आती रहती थी. वो देश के लोगों के लिए कुछ करना चाहती थी. वो आईएएस की तैयारी करना चाहती थी. इस संबंध में उन्होंने अपने पति असमर हुसैन से बात की. असमर बुशरा की बातों से बहुत खुश हुए और दोनों ने सऊदी अरब छोड़ दिया.
फिर साल 2016 में दोनों मेरठ में आकर रहने लगे. इस बीच बुशरा ने भी अपनी आईएएस की परीक्षा की तैयारी शुरु कर दी. बुशरा बानो बताती हैं कि जब वो मेरठ में अपने घर पर पढ़ाई कर रही थी तब उन्हें परिवार की जिम्मेदारियां भी संभालनी पड़ती थीं. वो अपने 2 साल के बच्चे का ध्यान रखती और परिवार की देखभाल भी करती थी. फिर जो समय मिलता उसमें वो पढ़ाई करती थी. वो बताती हैं कि वो रोजाना करीब 10-15 घंटों तक पढ़ाई किया करती थीं
इंटरनेट की मदद से की पढ़ाई
बुशरा बानो ने एक साक्षात्कार में बताया है कि वो परिवार की जिम्मेदारियों की वजह से कोचिंग नहीं जा सकती थी. इसलिए उन्होंने घर पर रहकर पढ़ाई करने का विकल्प उचित समझा. उन्होंने इंटरनेट और सोशल मीडिया की मदद से यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी की. वो कहती हैं कि इंटरनेट ज्ञान का भंडार है.
आपको जिस विषय में समस्या हो रही है आप बस एक क्लिक कर इंटरनेट में खोज सकते हैं. लेकिन इंटरनेट में सिलेक्टेड पढ़ाई आपको करनी पड़ती है. वहीं, तैयारी करने वाले बच्चों को वो सलाह देती हैं कि UPSC परीक्षा में ऑप्शनल विषय चुनते समय काफी सावधानी रखकर चुनना पड़ता है. ऑप्शनल विषय अपनी स्ट्रेंथ के हिसाब से चुनें. दूसरों की बातों में ना आएं. खुद पर विश्वास रखें.
पहले प्रयास में नहीं मिली सफलता
बुशरा बानो को यूपीएससी की तैयारी के दौरान पहले प्रयास में असफलता ही मिली. उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. जिन विषयों में उन्हें परीक्षा के दौरान दिक्कत मिली, उसपर उन्होंने ज्यादा ध्यान दिया. इसका नतीजा ये हुआ कि उन्होंने साल 2018 में यूपीएससी परीक्षा को दूसरी बार में पास कर लिया. इसबार उन्होंने (bushra bano ias rank) यूपीएससी परीक्षा में 6वीं रैंक हासिल की. उनकी सफलता की खबर सुनकर उनके पति और परिजन बहुत खुश हुए. बुशरा ने शादी, बच्चे और नौकरी की जिम्मेदारी के बीच इतनी मुश्किल परीक्षा पास को पास कर लिया. बुशरा उन महिलाओं के लिए एक प्रेरणा हैं जो शादी के बाद अपनी जिंदगी से हार मानकर अपने सपनों को भूल जाती हैं.