Divyanshu singal ias : 23 साल की उम्र में पास की यूपीएससी परीक्षा, 60वीं रैंक हासिल कर बनें आईएएस अधिकारी
Divyanshu singal ias : यूपीएससी जैसी कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करने के लिए बेहतर रणनीति का होना बेहद आवश्यक है। बिना रणनीति के जो छात्र यूपीएससी जैसी कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं उनके लिए सफलता हासिल करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। वहीं अगर बेहतर रणनीति के साथ परीक्षा की तैयारी की जाए तो सफलता हासिल करने में आसानी होती है।
आज हम आपको आईएएस अधिकारी दिव्यांशु सिंगल के बारे में बताएंगे जिन्होंने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में सही रणनीति अपनाकर 23 साल की उम्र में अपने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली. इतना ही नहीं उन्होंने दूसरी बार यूपीएससी परीक्षा दी इस बार वो आईएफएस अधिकारी बन गए. आइए जानते हैं दिव्यांशु ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कैसे की जो पहली बार में सफलता हासिल कर ली.
कौन हैं (Divyanshu singal ias) आईएएस दिव्यांशु सिंगल
दिव्यांशु सिंगल राजस्थान राज्य के केसरीसिंहपुर के रहने वाले हैं। मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं. दिव्यांशु के पिता का नाम अशोक सिंघल है वहीं मां का नाम रीटा सिंघल है. पिता प्राइवेट विद्यालय में प्रबंधक के तौर पर कार्यरत हैं. वहीं मां कॉलेज में लेक्चरार हैं. माता पिता के पढ़े लिखे होने की वजह से दिव्यांशु पर पूरा असर हुआ. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई केसरीसिंहपुर से ही पूरी की. बचपन से पढ़ाई लिखाई में तेज होने के कारण 12वीं विज्ञान में 97.20% अंक हासिल कर श्रीगंगानगर जिले में प्रथम स्थान हासिल किया. राजस्थान में बेसिक शिक्षा पूरी करने के बाद ग्रेजुएशन के लिए दिव्यांशु दिल्ली आ गये।
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यहां उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई गणित विषय से पूरी की। पढ़ाई में अच्छा होने के कारण उन्होंने बीएससी में काॅलेज टॉप किया तो दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने उन्हें सम्मानित किया. ग्रेजुएशन के समय में ही इन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला कर लिया था। पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करते ही यह यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। हालांकि इन्होंने ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई यूपीएससी की परीक्षा को ध्यान में रखते हुए की। यही वजह है कि इन्हें परीक्षा की तैयारी में मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा।
टॉपर्स के इंटरव्यू देखकर करें यूपीएससी परीक्षा की तैयारी
दिव्यांशु ने यूपीएससी की परीक्षा में मैथ को अपना ऑप्शनल विषय चुना था। इनका मानना है कि ऑप्शनल विषय में सदैव परीक्षार्थियों को वही विषय चुनना चाहिए जो जिसमें उन्हें सर्वाधिक रूचि हो। कई बार छात्र ऑप्शनल विषय का चुनाव करने में गलती कर देते हैं, जिसका अंजाम उन्हें परीक्षा के परिणाम के रूप में भुगतना पड़ता है।
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए दिव्यांशु की सलाह है कि, तैयारी शुरू करने से पहले अभ्यर्थियों को सिलबस को पूरी तरह से जांच लेना चाहिए। टॉपर्स के इंटरव्यू देख कर सही रणनीति तैयार करनी चाहिए। इसके बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू करनी चाहिए। साथ ही इनकी सलाह यह भी है कि जितना हो सके कम से कम पुस्तकों की मदद से तैयारी शुरू करें अन्यथा कंफ्यूजन शुरू होने लगती है।
60वीं रैंक हासिल कर बनें आईएएस अधिकारी
साल 2019 में दिव्यांशु ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की। इन्होंने साल 2019 IFS परीक्षा में 13 वीं व UPSC CSE परीक्षा में 60 वीं रैंक के साथ सफलता हासिल की। दिव्यांशु की सफलता से पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. उनके माता पिता ने बेटे की पढ़ाई को लेकर बताया कि ये शुरुआत से ही पढ़ाई में काफी अच्छे थे. वहीं, यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के दौरान ये अमूमन 12-13 घंटों की पढ़ाई किया करते थे.
मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को उन्होंने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली. वहीं, IAS दिव्यांशु सिंगल एक साक्षात्कार में बताते हैं कि सही रणनीति और कड़ी परिश्रम के सच्ची लगन से यदि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की जाए तो सफलता मिलने से कोई रोक नहीं सकता है।