Atul prakash ias : बिना कोचिंग पहले प्रयास में पास की यूपीएससी परीक्षा, दूसरे प्रयास में बनें IAS अधिकारी
Atul prakash ias : UPSC की परीक्षा देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा में सफलता हासिल करना कोई आसान काम नहीं है। यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाने के लिए अभ्यर्थी तरह तरह की रणनीति अपनाते हैं। कुछ छात्र तो बड़े से बड़े कोचिंग संस्थान में जाकर परीक्षा की तैयारी करते हैं। इसके बावजूद लाखों में से चंद अभ्यर्थियों को ही इसमें सफलता प्राप्त होती है। आज हम जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं उनका नाम अतुल प्रकाश है.
अतुल ने यूपीएससी जैसी सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए किसी भी कोचिंग संस्थान का सहारा नहीं लिया। बल्कि self-study से खुद की रणनीति को अपनाकर इन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की। उन्होंने कड़ी मेहनत और एकाग्रता से इस परीक्षा को अच्छे नंबरों के साथ पास किया. उनकी सफलता की कहानी ऐसे छात्रों के प्रेरणा स्त्रोत हो सकती है जो आर्थिक आभाव के कारण कोचिंग संस्थानों में पढ़ाई नहीं कर पाते हैं और अपने सपनों को साकार नहीं कर पाते है. आइए जानते हैं आईएएस अतुल प्रकाश के यूपीएससी के सफर के बारे में
कौन हैं (Atul prakash ias) आईएएस अतुल प्रकाश
अतुल प्रकाश बिहार राज्य के बक्सर जिले के रहने वाले हैं। यह बचपन से ही बहुत ही मेधावी छात्र थे। हाई स्कूल की परीक्षा 94% अंकों के साथ उत्तीर्ण करने के बाद इन्होंने इंटरमीडिएट की परीक्षा 87% के साथ उत्तीर्ण की। इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद इन्होंने इंजीनियरिंग करने के बारे में सोचा और यह आईआईटी की तैयारी में लग गए।
आईआईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इन्होंने दिल्ली आईआईटी में एडमिशन लिया। इंजीनियरिंग के दौरान ही इनके मन में यूपीएससी की रुचि जगी। परंतु इन्हें यूपीएससी के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं थी। इसीलिए ये यूपीएससी टॉपर्स के ब्लॉग देखने लगे और वहां से इन्होंने यूपीएससी के बारे में जानकारी हासिल की। यहीं से अतुल का यूपीएससी की तैयारी का सफर भी शुरु हो गया.
कोचिंग संस्थान में की मात्र 2 माह तक पढ़ाई
यूपीएससी की तैयारी के लिए शुरुआत में अतुल प्रकाश ने कोचिंग संस्थान में एडमिशन लिया, लेकिन कोचिंग में इनका मन नहीं लगा और 2 महीने में ही इन्होंने कोचिंग छोड़ दिया। इसके बाद इन्होंने खुद से यूपीएससी की तैयारी करने के बारे में सोचा और सेल्फ स्टडी में जुट गए। खुद की रणनीति से तैयारी करने का अतुल को बेहद फायदा हुआ। यह पहली बार साल 2016 में यूपीएससी की परीक्षा में उपस्थित हुए। पहले प्रयास में ही इन्हें यूपीएससी में सफलता मिल गई। लेकिन रैंक अच्छी ना होने की वजह से इन्हें वो पोस्ट ना मिल पाई जो यह चाहते थे। पहली सफलता के बाद इन्हें इंडियन रेलवे सर्विस में सेलेक्ट किया गया।
यूपीएससी परीक्षा में 4वीं रैंक हासिल कर बने टॉपर
अतुल प्रकाश का सपना एक आईएएस अधिकारी बनने का था। इसलिए उन्होंने एक बार फिर से तैयारी शुरू कर दी। दूसरे प्रयास में भी इन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की. इस बार उन्होंने अपने आईएएस अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा किया। साल 2017 में अतुल प्रकाश ने ऑल इंडिया 4वीं रैंक के साथ यूपीएससी कि परीक्षा पास की। यूपीएससी के दोनों प्रयासों में अतुल ने ऑप्शनल विषय के रूप में गणित को चुना था।आईएएस अतुल प्रकाश का मानना है कि यूपीएससी जैसी कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए, बेहतर कोचिंग संस्थानों में एडमिशन लेने से ज्यादा आवश्यक है कि सेल्फ स्टडी पर हम कितना ध्यान दें लेते हैं।
ऐसी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने का एकमात्र तरीका यह है की सही रणनीति के साथ सेल्फ स्टडी के माध्यम से जितना अधिक अभ्यास किया जा सके, सफलता प्राप्त करना उतना ही आसान होता है। अतुल की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि, सफलता प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक नहीं है कि हमारे पास बहुत पैसे हो और हम बड़े से बड़े कोचिंग संस्थान में जाकर पढ़ाई कर सकें। सही रणनीति के साथ अगर बिना कोचिंग संस्थान की मदद लिए भी पढ़ाई की जाए तो सफलता प्राप्त करना मुमकिन है।